प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में रहने वाले एशियाई मूल के 23 लाख लोगों में से ज्यादातर गरीबी में जिंदगी जी रहे हैं।
अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद प्यू रिसर्च ने पाया कि यूएस में रहने वाले हर 10 एशियाई में से एक की जिंदगी गरीबी में गुजर रही है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, यूएस में भारतीय मूल के लोगों की जिंदगी बाकी एशियाई मूल के लोगों से काफी ज्यादा बेहतर है। उनमें गरीबी दर 6% है, जो बाकी एशियाई मूल में सबसे कम है।
रिसर्च के अनुसार, यूएस में बर्माई मूल के लोगों में गरीबी दर 19% और हमोंग मूल के अमेरिकियों में 17% है। इनके हालात काफी खराब है।
प्यू रिसर्च के अनुसार, अमेरिका में गरीबी में जीवन काट रहे हर 3 एशियाई मूल के लोगों में एक की उम्र 25 साल से ज्यादा है। वे बैचलर्स की डिग्री रखते हैं। उनमें गरीबी दर 5% है।
अमेरिका में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 10 लाख एशियाई मूल के नागरिक बड़े शहरों में ही रहते हैं। इनमें 1 लाख से ज्यादा संख्या तो न्यूयॉर्क, लॉस एंजेलिस, सैन फ्रांसिस्को में रहती है
2022-23 में प्यू रिसर्च के सर्वे में पता चला था कि अमेरिका में एशियाई मूल के हर 10 में से 8 लोगों की जिंदगी दयनीय है।38% वयस्क खाने के लिए फूड बैंक या चैरिटेबल ट्रस्ट पर निर्भर हैं
इस रिपोर्ट के मुताबिक, गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 57% एशियाई अमेरिकी लोगों के पास कोई सेविंग्स नहीं है। वहीं, गरीबी रेखा से ऊपर वाले 40% एशियाई अमेरिकी सेविंग्स नहीं कर पाते हैं।
अनुमान है कि अमेरिका में 2.35 करोड़ लोग एशियाई मूल के लोग हैं। सबसे ज्यादा 52 लाख चीनी, करीब 48 लाख भारतवंशी मूल के है। इनमें 16 लाख से ज्यादा वीजा होल्डर, 10 लाख का वहीं हुआ है।