दुनियाभर में छंटनी का दौर जारी है। ग्लोबल आर्थिक सुस्ती और AI के चलते टेक कंपनियों पर सबसे ज्यादा मार पड़ रही है। साल 2022 के अंतर से शुरू छंटनी का सिलसिला लगातार जारी है।
टेक कंपनियों पर साल 2022 के अंत से ही छंटनी चल रही है। इस साल 2024 की शुरुआत में अल्फाबेट इंक ने कर्मचारियों को जॉब से निकाला, इसके बाद कई जगहों से छंटनी की खबरें आईं।
ऐपल, मेटा, अमेजन, डेल, एरिकसन, सैप और सिस्को जैसी बड़ी कंपनियों ने भी कर्मचारियों को बाहर निकाला। इनका कारण कॉस्ट कटिंग, वर्कफोर्स मैनेजमेंट बताया गया।
साल 2024 में रिटेल, हेल्थ केयर, फूड, होटल, रियल एस्टेट और सोशल सर्विस जैसे सेक्टर्स में जॉब सेफ हैं। यहां नई भर्तियां की जा रही हैं। अच्छे परफॉर्मेंस से अप्रेजल भी दिए जा रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मार्केट में फार्मा कंपनियां जबरदस्त प्रदर्शन कर रही हैं। हॉस्पिटल्स में डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ की डिमांड भी बढ़ रही, जिससे नई जॉब्स निकल रही हैं।
आंकड़ों के अनुसार, भारतीय रिटेल सेक्टर में जरूरी चीजों की मांग 2027 तक 1.1 ट्रिलियन डॉलर पहुंचने की उम्मीद है, जो 2032 तक 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
जीडीपी में होटल इंडस्ट्री की हिस्सेदारी2022 तक 40 अरब डॉलर थी, जो साल 2027 तक 68 अरब डॉलर और 2047 तक 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है।
जिस तेजी से रिटेल, हेल्थ और होटल इंडस्ट्री के साथ रियल एस्टेट में ग्रोथ देखी जा रही है, उससे एक्सपर्ट्स उम्मीद जता रहे कि इन सेक्टर्स में नौकरियों पर कोई खतरा नजर नहीं आ रहा है।