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कम काम..ज्यादा आराम वालों के लिए जन्नत है ये देश, आखिर क्यों

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कम काम करने वालों के लिए सबसे अच्छी जगह है ये देश

दुनिया में एक ऐसा देश भी है, जो कम काम करने वालों के लिए जन्नत है। यहां लोग रोज 6 घंटे से भी कम काम करते हैं।

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किरिबाती है दुनिया का 'शॉर्टेस्ट वर्क-वीक' वाला देश

इस 'सुस्ताते देश' का नाम किरिबाती है, जो कि प्रशांत महासागर में कई द्वीपों से बना एक देश है। इसे दुनिया का 'शॉर्टेस्ट वर्क-वीक' वाला देश भी कहते हैं।

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किरिबाती में सरकार खुद ही नहीं करने देती ज्यादा काम

किरिबाती के लोग ज्यादा काम न करें, ये वहां की सरकार खुद तय करती है। कर्मचारियों को ज्यादा काम न करना पड़े, इसके लिए सरकार वहां की प्राइवेट कंपनियों पर भी नजर रखती है।

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हफ्तेभर में औसत 28 घंटे काम करते हैं किरिबाती के लोग

किरिबाती की सरकार ने एक विभाग बनाया है, जो इस निगरानी करता है कि लोग एक लिमिट से ज्यादा काम न करें। साल 2022 में यहां हफ्तेभर में लोगों के काम का औसत 28 घंटे से भी कम रहा है।

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किरिबाती के लोग औसतन हर दिन 4 घंटे करते हैं काम

यानी किरिबाती के लोग औसतन हर दिन 4 घंटे ही काम करते हैं। बता दें कि किरिबाती प्रशांत महासागर में स्थित 33 द्वीपों का देश है, जिसकी राजधानी तरावा है।

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गहरे और साफ समंदर की वजह से डाइविंग के लिए पसंदीदा जगह

किरिबाती में मूंगा की एक चट्टान 388 वर्ग किलोमीटर तक फैली हुई है। गहरे और साफ समंदर की वजह से यहां डाइविंग के लिए दुनियाभर के सैलानी आते हैं।

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नारियल से बनाते हैं एक खास तरह की ड्रिंक

किरबाती में सबसे ज्यादा ईसाई समाज के लोग हैं। यहां अनाज और फल-सब्जियां ज्यादा नहीं उगतीं, ऐसे में लोग नारियल से ही एक खास तरह की ड्रिंक तैयार कर बेचते हैं।

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फिश एग्रीमेंट है किरिबाती की कमाई का मुख्य जरिया

कई फिशिंग कंपनियां किरिबाती में सी-फूड के लिए आती हैं। हालांकि, उनसे लाइसेंस फीस वसूली जाती है। यूरोपियन यूनियन के साथ किरिबाती का टूना-फिश एग्रीमेंट है, जिससे मोटी कमाई होती है।

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