इस योजना की शुरुआत 2015 में हुई थी। इसका मकसद रेहड़ी-पटरी वाले से लेकर छोटे कारोबारी को बिना गारंटी लोन देना है। जिससे वह अपना कारोबार शुरू कर सकें।
मुद्रा योजना के तहत बिजनेस शुरू करने के लिए 3 कैटेगरी में लोन दिया जाता है। शिशु- 50,000 रुपए का लोन। किशोर- 50,000 से लेकर 5 लाख तक। तरुण- 5 लाख से 10 लाख रुपए तक लोन मिलता है।
अगर कोई अपना बिजनेस शुरू करना चाहता है तो इस योजना के तहत बिना गारंटी लोन ले सकता है। अगर आपका बिजनेस चल रहा है और उसे बढ़ाना चाहते हैं तो भी बिना गारंटी लोन मिल जाता है।
सबसे पहले बिजनेस प्लान तैयार करें फिर सभी जरूरी दस्तावेज तैयार करें। लोन देने के लिए बैंक बिजनेस प्लान, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, भविष्य की आय, दस्तावेज और जरूरतों की जानकारी मांगते हैं।
मुद्रा लोन में कोई निश्चित ब्याज दर नहीं है। अलग-अलग बैंक अलग-अलग दर से ब्याज दे सकते हैं।ब्याज दर बिजनेस से जुड़े जोखिम के आधार पर होता है। आमतौर पर 10-12% सालाना ब्याज दर होती है
जिस बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन लेना हैं, वहां से फॉर्म लेकर दस्तावेजों के साथ जमा करें। एक से ज्यादा बैंक भी चुन सकते हैं। मुद्रा लोन पास होने पर मुद्रा कार्ड दिया जाता है।
मुद्रा लोन के लिए आवेदन फॉर्म के साथ बिजनेस प्लान या प्रोजेक्ट रिपोर्ट, पहचान से जुड़े दस्तावेज जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पार्टनशिप संबंधी दस्तावेज अगर हो।