सोचिए, जिसके पास 25 हजार करोड़ की संपत्ति हो, क्या वो कभी किराए के मकान में रहेगा। लेकिन जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत आज भी बेंगलुरू में किराए के मकान में रहते हैं।
निखिल कामत का मानना है कि बेंगलुरू में लोगों के पास असली दौलत नहीं, बल्कि कागजी धन है। लोगों ने यहां बड़ी-बड़ी कंपनियों में काम करके सिर्फ कागजी पैसा कमाया है।
निखिल कामत का कहना है कि टेक कंपनियों के पास कैश नहीं होता इसलिए आपको सिर्फ महसूस होता है कि आप दौलत कमा रहे हैं।
प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट के खिलाफ निखिल कामत का मानना है कि रियल एस्टेट की कीमतें बेमतलब में बढ़ी हुई हैं। घरों और ऑफिसों के दाम और ब्याज दरें हद से ज्यादा ऊपर हैं।
निखिल कामत का कहना है कि प्रॉपर्टी के दाम इतने ज्यादा होने के पीछे कोई लॉजिक समझ नहीं आता। यही वजह है कि मैं खुद का घर खरीदने की जगह किराए पर रहना पसंद करता हूं।
निखिल के मुताबिक, मैं अभी बेंगलुरू में काफी कम किराया दे रहा हूं, वहीं नया घर खरीदने के लिए मुझे बहुत सारा पैसा एक ही जगह इन्वेस्ट करना होगा। साथ ही रिटर्न भी अच्छा नहीं मिलेगा।
निखिल कामत के पास भारत के सबसे युवा अरबपति होने का भी रिकॉर्ड है। फोर्ब्स द्वारा जारी 2023 के अरबपतियों की लिस्ट में वो दुनिया के 2405वें सबसे अमीर शख्स हैं।
निखिल कामत ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वे 17 साल के थे, तभी से नौकरी शुरू कर दी थी। शुरुआत में उन्होंने एक कॉल सेंटर में काम किया, जहां सिर्फ 8 हजार रुपए मिलते थे।