मार्केट में कई तरह के क्रेडिट कार्ड अवलेबल हैं। ऐसे में अपनी जरूरत के हिसाब से ही किसी क्रेडिट कार्ड को लें। शॉपिंग, सफर, होटल डिस्काउंट हर जरूरत को समझकर ही कार्ड लें।
हमेशा अपनी जरूरतों के हिसाब से ही क्रेडिट कार्ड लेना चाहिए। इसके लिए अप्लाई करने से पहले उस कार्ड के बारें में पूरी और बारीकि से जानकारी सर्च करनी चाहिए।
जब भी अपने लिए क्रेडिट कार्ड सर्च करें तो लिस्ट में दो से तीन कार्ड ही देखें। उनमें से किसी एक को चुनें। अगर पहला एप्लीकेशन एक्सेप्ट न हो तभी दूसरे ऑप्शन के लिए आगे बढ़ें।
एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से बेवजह के खर्चे बढ़ते हैं। एक साथ मैनेज कर पाना कठिन हो जाता है और कर्ज का जाल बढ़ता जाता है। पूरा इनकम ईएमआई भरने में ही जा सकती है।
क्रेडिट कार्ड लेते समय दिमाग में बैठा लें कि बिल समय पर चुकाएंगे। ऐसा न करके ज्यादा ब्याज और लेट फाइन के जाल में फंसते जाएंगे। इससे क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर खराब हो जाएगा।
सिबिल या क्रेडिट स्कोर खराब होने से बैंक या दूसरी कंपनियों से भविष्य में लोन मिलने में परेशानी आ सकती हैं। अगर लोन मिलता भी है तो वह काफी ज्यादा ब्याज दर पर मिलेगा।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कैपसिटी के हिसाब से ही करें। जितना समय पर चुका पाएं, उससे ज्यादा खर्च करने से बचें। रेडिट लिमिट बढ़ने पर भी खर्चों को कंट्रोल में रखें, लालच में न पड़ें।
अगर आप समय पर क्रेडिट कार्ड का लोन नहीं चुकाते हैं या उसका बिल नहीं भरते हैं तो आपको भारी-भरकम ब्याज और अन्य फीस देनी पड़ेगी। इससे क्रेडिट स्कोर भी खराब हो जाएगा।