एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्टॉक मार्केट में एकमुश्त निवेश की बजाय एसआईपी के जरिए निवेश करना चाहिए। इससे बाजार के उतार-चढ़ाव में भी रिस्क कम होगा और कई बार तो फायदा भी मिल सकता है।
पोर्टफोलियो में विविधता लानी चाहिए। इससे गिरावट में भी कम जोखिम रहता है। अलग-अलग एसेट में निवेश करने से एक में गिरावट और दूसरे में तेजी से नुकसान कम से कम होगा।
जब एक साथ कई जगह निवेश करते हैं तो उसे नियमित ट्रैक करते रहें। अगर आपके पास इस ट्रैक करने का समय नहीं तो इसके लिए बाजार एक्सपर्ट्स की सलाह लें।
शेयर बाजार में कभी तेजी तो कभी गिरावट हो सकती है। बाजार गिरने पर घबराकर अपने स्टॉक्स को बेचने से बचें। अच्छे शेयर अक्सर लॉन्ग टर्म में जबरदस्त रिटर्न देते हैं।
शेयर बाजार में पैसा लगाया है और नुकसान हुआ है तो इस वक्त शेयर बेचने से बचना चाहिए। लॉन्ग टर्म में मार्केट में रिकवरी होने से नुकसान काफी हत तक कवर हो सकता है औऱ मुनाफा हो सकता है।
स्टॉक बास्केट में आप कुछ शेयर्स का बास्केट बनाकर सभी में निवेश करते हैं। इससे अलग-अलग पैसे लगाकार रिस्क को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
लॉन्ग टर्म में निवेश कर रहे हैं तो पोर्टफोलियो में बार-बार बदलाव न करें। बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान भी अनुसाशन बनाए रखे और बदलाव की जरूरत लगे तो छोटे-मोटे बदलाव करें।