सोमवार को शेयर बाजार में एक बार फिर जोरदार गिरावट हुई। सेंसेक्स 700 से ज्यादा अंक टूटने से निवेशकों का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।
बड़े निवेशक 'हेजिंग' करके अपने नुकसान की भरपाई करते हैं, जिसे बहुत से लोग नहीं जानते हैं। शेयर बाजार में ज्यादा पैसा लगाने वालों के लिए एक्सपर्ट्स 'हेज' करने की सलाह देते हैं।
हेजिंग (Hedging) एक तरह का बीमा है, जो शेयरों के भाव गिरने पर नुकसान की भरपाई कर देता है। इससे निवेशक आसानी से अपनी पोजिशन सिक्योर कर सकते हैं।
स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। इस पर देश-विदेश की कई घटनाओं का असर पड़ता है। नुकसान की भरपाई के लिए फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) के कॉन्सेप्ट को हेजिंग टूल कहते हैं।
हेजिंग से निवेशक पोजिशन सिक्योर करते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्टॉक मार्केट में हेजिंग का मतलब रिस्क मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी है। शेयर, बॉन्ड, कमोडिटी, करेंसी पर सुविधा उपलब्ध है।
अगर आपने किसी कंपनी का शेयर 100 रुपए के भाव से 1000 शेयर खरीदा यानी 1 लाख रुपए लगा दिए। ऐसे में लॉस से बचने F&O सेगमेंट में उस शेयर का पुट बाय कर सकते हैं।
कॉल- पुट ऑप्शन लेने के लिए प्रीमियम देना पड़ता है। गिरावट में नुकसान से बचने के लिए 100 रुपए के स्ट्राइक प्राइस का पुट ऑप्शन खरीदा है तो मार्केट गिरने पर पुट की वैल्यू बढ़ती जाएगी।
अगर पुट ऑप्शन 1 रुपये के भाव पर खरीदा और लॉट साइज 1000 रहा तो आपको कुल 10,000 रुपए प्रीमियम देना होगा। मतलब 1 लाख को बचाने के लिए सिर्फ 10 हजार का इंश्योरेंस करना होगा।
शेयर बाजार में पुट ऑप्शन मंथली एक्सपायर होते हैं। ऐसे में इनका इस्तेमाल फ्यूचर-ऑप्शन मार्केट को समझने के बाद ही करना चाहिए। क्योंकि, बिना इसकी नॉलेज के नुकसान भी हो सकता है।
आप चाहें तो शेयर बाजार में गिरावट से होने वाले नुकसान से बचने के लिए पुट की बजाय कॉल ऑप्शन भी ले सकते हैं लेकिन ऑप्शन सेलिंग में मार्जिन की जरूरत ज्यादा होती है।