शेयर मार्केट में पिछले कारोबारी दिनों से उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। मंगलवार को NSE Nifty ऑल टाइम हाई पर पहुंचा तो बुधवार को भी मार्केट तेजी के साथ खुला और हरे निशान पर बना है।
Sensex 75,000 होने के बाद अब 1 लाख तक जाने की संभावनाएं जताई जाने लगी हैं। मार्केट एनालिस्ट और मोबियस इमर्जिंग अपॉर्च्युनिटीज फंड के चेयरमैन Mark Mobius इसका अनुमान जताया है।
भारतीय शेयर बाजार में तेजी बनी हुई है। इसका अंदाजा BSE Market Cap को देखकर लगाया जा सकता है, जो 400 लाख करोड़ रुपए से से ज्यादा हो गया है। सेंसेक्स 75,000 के स्तर को छू चुका है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मार्केट एक्सपर्ट्स मार्क मोबियस ने उम्मीद जताया है कि आने वाले 5 सालों यानी 60 महीनों में BSE का सेंसेक्स 1 लाख के लेवल को छूट सकता है।
बीते कारोबारी दिन सेंसेक्स ने मार्केट खुलने के साथ ही 75,000 का लेवर पार कर गया था। तब 75,124.28 का नया हाई लेवल बनाया था लेकिन कारोबार खत्म होते-होते यह 75 हजार से नीचे आ गया था।
आज से 20 साल पहले साल 2004 में सेंसेक्स सिर्फ 5,000 के आसपास था, जो अब 75,000 तक पहुंच गया है। इस बीच 2008 की आर्थिक मंदी और 2020-21 में कोरोना का साया भी रहा।
Sensex साल 2006 के फरवरी में 10,000, 2007 के आखिरी में 20,000 के लेवल तक पहुंच गया था लेकिन इसके बाद उसकी रफ्तार धीमी रही और करीब 7 साल बाद भी 25,000 तक ही बना था।
साल 2014 में सेंसेक्स 25,000 तक कारोबार कर रहा था। 26 अप्रैल, 2017 को 30,000, जून 2019 की शुरुआत में, 40,000 पार, फरवरी 2021 में 50,000 के लेवल पर पहुंच गया।
24 सितंबर 2021 को पहली बार सेंसेक्स 60 हजारी बन गया। इसके बाद 548 कारोबारी दिनों में 70,000 तक पहुंच गया। अब एक्सपर्ट्स जल्द ही 80,000 लेवल तक पहुंचने की उम्मीद जता रहे हैं।