आंध्र प्रदेश में गुरुवार को बड़ा विवाद तब खड़ा हुआ जब TDP ने तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में "बीफ टैलो", "लार्ड" और मछली के तेल के इस्तेमाल का दावा किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, तिरुमला को सप्लाई किए गए घी में बीफ टैलो, लार्ड (सुअर की चर्बी) और मछली का तेल इस्तेमाल हुआ, जिसका S-वैल्यू 19.7 है।
हालांकि आंध्र प्रदेश सरकार और तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने इस लैब रिपोर्ट की आधिकारिक पुष्टि नहीं की।
बीफ टैलो, गाय की चर्बी से तैयार होता है। इसे मांस के टुकड़ों जैसे रंप रोस्ट, रिब्स और स्टेक से निकाली गई चर्बी को पिघला कर तैयार किया जाता है।
"बीफ टैलो" चर्बी को गर्म करके पिघलाया जाता है और जब यह ठंडा होकर कमरे के तापमान पर आता है तो यह मक्खन जैसा दिखता है।
कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) नंदिनी ब्रांड घी का मालिक है। KMF एक सरकारी स्वामित्व वाली संस्था है, जो कर्नाटक सरकार के सहकारिता मंत्रालय के अंतर्गत आती है।
केएमएफ कर्नाटक की एक प्रमुख डेयरी सहकारी संस्था है, जो दूध, दही, घी, मक्खन, आइसक्रीम और मिठाई जैसे प्रोडक्ट बेचती है। यह अमूल के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी दूध सहकारी संस्था है।
1974 में कर्नाटक डेयरी विकास निगम (KDDC) के रूप में स्थापित का नाम 1984 में बदलकर कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) रखा गया। इसके 14 दुग्ध संघ कर्नाटक में दूध खरीद-वितरण का काम करते हैं।