जमीन पर नहीं रखने पड़ेंगे कदम, 'पुष्पक विमान' से होगा काशी दर्शन !
Hindi

जमीन पर नहीं रखने पड़ेंगे कदम, 'पुष्पक विमान' से होगा काशी दर्शन !

तेजी से बदल रही है काशी
Hindi

तेजी से बदल रही है काशी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस सांसद बनने के बाद से ही काशी की सूरत तेजी से बदली है। काशी विश्‍वनाथ मंदिर कॉरिडोर के अलावा शहर को एक से बढ़कर एक सौगातें मिली हैं।

Image credits: Getty
काशी में आसमान से दर्शन
Hindi

काशी में आसमान से दर्शन

वाराणसी को पीएम मोदी ने एक ऐसा तोहफा दिया है, जो देश में अब तक किसी शहर को नहीं मिला। इसके पूरे होते ही बनारस आकर जमीन नहीं बल्कि हवाई रास्ते काशी दर्शन कर सकेंगे।

Image credits: Instagram
सिर्फ 16 मिनट में विश्वनाथ मंदिर का सफर
Hindi

सिर्फ 16 मिनट में विश्वनाथ मंदिर का सफर

इस प्रोजेक्ट के तहत 5 स्‍टेशन बनाए जाएंगे। इसके पूरा होने के बाद रेलवे स्‍टेशन से बाबा विश्‍वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) तक पहुंचने में 1 घंटे की बजाय 16 मिनट ही लगेंगे।

Image credits: Getty
Hindi

काशी में देश का पहला अर्बन रोपवे

पर्वतमाला परियोजना के तहत वाराणसी में देश का पहला अर्बन रोपवे (Urban Ropeway) प्रोजेक्‍ट तैयरा हो रहा है। कैंट रेलवे स्‍टेशन से रोपवे 3.75 KM दूर गोदौलिया चौराहे तक जाएगा।

Image credits: Our own
Hindi

अभी कितना लगता है समय

अभी रेलवे स्टेशन से काशी विश्वनाथ मंदिर की दूसरी 6.3 किमी है। जिसे पूरा करने में करीब 30 मिनट से 1 घंटे तक का समय लगता है। जाम की वजह से इतनी देरी होती है, जिससे छुटकारा मिल जाएगा।

Image credits: Instagram
Hindi

कब तक पूरा होगा काशी रोपवे प्रोजेक्ट

वाराणसी डेवलपमेंट अथॉरिटी (VDA) वाइस चेयरमैन पुलकित गर्ग की तरफ से बताया गया है कि अगले साल 2025 में प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा। इसका एक स्‍टेशन अगस्‍त,2024 में ही पूरा हो जाएगा।

Image credits: Our own
Hindi

जुलाई में काशी रोपवेट का ट्रायल

वाराणसी रोपवे प्रोजेक्ट के पहले स्टेशन का रुट कैंट रेलवे स्‍टेशन से विद्यापीठ रास्‍ते रथयात्रा तक है। जुलाई, 2024 में इसका ट्रायल होगा, फिर नवंबर-दिसंबर में खोल दिया जाएगा।

Image credits: Our own
Hindi

कितनी लागत, क्या-क्या सुविधाएं

काशी रोपवे प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 645 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस रोपवे पर हर घंटे करीब 6,000 यात्री सफर कर सकेंगे। हर दो-तीन मिनट में

Image credits: Our own
Hindi

काशी रोप-वे प्रोजेक्ट कैसा होगा

रोप-वे प्रोजेक्ट में केबल पर एक बार में 150 गैंडोला चलाए जाएंगे। हर में 10 यात्री बैठ सकेंगे। अप एंड डाउन करने वाले यात्रियों को हर स्‍टेशन पर 2-3 मिनट में इसकी सुविधा मिल जाएगी।

Image credits: Our own
Hindi

काशी-रोप-वे का रुट

बनारस रोपवे की ऊंचाई 45 मीटर होगी। जहां से पूरा शहर देख सकेंगे। कैंट रेलवे स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया चौराहे कुल कुल 5 स्‍टेशन बनाए जा रहे हैं।

Image credits: Our own

पीने वालों ध्यान दो! जून में 6 दिन बंद रहेंगी शराब दुकानें, जानें कहां

जून खत्म होने से पहले पूरा कर लें 5 काम, वरना हो जाएगा बड़ा नुकसान

लड़की के प्राइवेट पार्ट से निकला 1 किलो सोना, कर बैठी एक गलती और..

Gold Reserve : विदेशी तिजोरियों में क्यों रखा जाता है भारत का सोना?