भारतीय मूल के उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी वसुंधरा ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अपनी आपबीती सुनाई।
वसुंधरा ओसवाल को युगांडा पुलिस ने 1 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद करीब 3 हफ्तों तक उन्हें नरक से भी बदतर यातानाएं दी गईं।
वसुंधरा ने युगांडा पुलिस पर ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन का आरोप लगाते हुए कहा- युगांडा में उन पर आर्थिक अपराध और क्रिमिनल केस दर्ज कर हिरासत में लिया गया।
वसुंधरा ओसवाल को एक शेफ की किडनैपिंग और हत्या के मामले में अरेस्ट किया गया था, लेकिन बाद में वो तंजानिया में जिंदा मिला। इसके बाद 21 अक्टूबर, 2024 को वसुंधरा को जमानत मिल गई।
हालांकि, पुलिस कस्टडी में वसुंधरा पर इतने जुल्म हुए कि उन्हें खाना-पानी देना तो दूर, टॉयलेट जाने से भी रोक दिया गया।
26 साल की वसुंधरा ओसवाल ने खुद इंस्टाग्राम पर अपनी हिरासत की कहानी बयां की थी। उन्होंने उस जगह की तस्वीरें भी शेयर की थीं, जहां उन्हें कैद करके रखा गया था।
वसुंधरा ने इंस्टा पोस्ट पर बताया था कि उन्हें 90 घंटों से भी ज्यादा समय तक जूतों से भरे एक कमरे में बंद करके रखा गया था। 5 दिनों तक उन्हें न तो नहाने दिया गया ना ही कपड़े बदलने।
1999 में पंकज-राधिका ओसवाल के घर पैदा हुईं वसुंधरा ओसवाल ग्रुप में अहम पद पर हैं। उन्होंने युगांडा में 110 मिलियन डॉलर की लागत से एथेनाल (ENA) प्लांट लगाया है।
वसुंधरा के भाई के मुताबिक, ओसवाल ग्रुप के बढ़ते कद से युगांडा की कॉर्पोरेट लॉबी की दिक्कत हुई। उसी के दबाव में उनकी बहन को अरेस्ट किया गया था।