मनीष सिसोदिया को कथित शराब नीति घोटाले के मामले में जमानत मिल गई है। उन पर शराब नीति में अनियमितता, निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप है।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई और ईडी दोनों मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। वे करीब 17 महीनों से तिहाड़ जेल में बंद थे।
मनीष सिसोदिया का जन्म 5 जनवरी 1972 को हरियाणा के हिसार में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा भी किया।
मनीष सिसोदिया ने अपने करियर की शुरुआत एक पत्रकार के रूप में की थी। पत्रकारिता छोड़ने के बाद सिसोदिया ने RTI के तहत भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम किया।
मनीष सिसोदिया, अरविंद केजरीवाल के साथ, AAP के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। वे 2013, 2015 और 2020 के दिल्ली विस चुनावों में पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और विजयी हुए।
मनीष सिसोदिया 2015 से 2023 तक दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रहे। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में सरकार के दूसरे सबसे महत्वपूर्ण नेता के रूप में कार्य किया।
कार्यकाल के दौरान सिसोदिया ने शिक्षा, वित्त, योजना, पर्यटन, आबकारी जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों को संभाला। उन्हें शिक्षा और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में सुधार के लिए भी जाना जाता है।
सिसोदिया को शिक्षा सुधार कार्यों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। वे एक लेखक भी हैं। उन्होंने राजनीति और सामाजिक मुद्दों पर कई किताबें लिखी हैं।
मनीष सिसोदिया की पत्नी का नाम सीमा सिसोदिया। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनके दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी हैं। उनका पारिवारिक लाइमलाइट से दूर रहता है।