अवनी लेखरा ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। यह उनका दूसरा स्वर्ण पदक है, जो उन्होंने पैरालंपिक खेलों में जीता है।
पहले टोक्यो पैरालंपिक में देश का नाम ऊंचा करने के बाद, अवनी ने पेरिस में भी शानदार प्रदर्शन किया और नंबर 1 स्थान प्राप्त किया। उनकी साथी मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता।
अवनी लेखरा जयपुर, राजस्थान की हैं। उनकी कहानी संघर्ष और मेहनत की मिसाल है।
2012 में सड़क दुर्घटना के बाद अवनी को व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा। कठिन समय में पिता ने स्पोर्ट्स के माध्यम से उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
शारीरिक चुनौतियों के बावजूद, अवनी ने तीरंदाजी को अपनाया, जिसके लिए एक्यूरेसी और डिसिप्लिन बहुत जरूरी है।
2015 में अभिनव बिंद्रा की सफलता से प्रेरित होकर, अवनी ने शूटिंग को चुना और इस खेल में भी सफलता हासिल की।
अवनी लेखरा खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी आगे हैं। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की, जो उनके मल्टीटैलेंट को दिखाता है।
2021 में भी उन्होंने पैरालंपिक में एक ही इवेंट में स्वर्ण और कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था। उन्हें पद्म श्री और खेल रत्न जैसे बड़े पुरस्कार मिले हैं।