चंपई सोरेन ने आज झारखंड के नये मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। झामुमो के यह नेता पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड राज्य के नये सीएम हैं।
कोल्हान टाइगर के रूप में फेमस चंपई का जन्म सरायकेला के राजनगर ब्लॉक के जिलिंगगोरा गांव में हुआ था। उनके पिता सिमल एक किसान थे और मां माडो एक गृहिणी थीं।
चंपई सोरेन सिर्फ मैट्रिक तक पढ़े हैं। हालांकि वे राज्य के आदिवासी अधिकारों के प्रबल समर्थक और मजबूत ट्रेड यूनियन नेता रहे। जमशेदपुर और आदित्यपुर में सफल आंदोलनों का नेतृत्व किया।
चंपई सोरेन चार भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उनकी शादी मानको से हुई है और वह सात बच्चों के पिता हैं।
चंपई सोरेन राज्य आंदोलन के दौरान अपने योद्धा जैसे कौशल के लिए "कोल्हान टाइगर" के रूप में फेमस हैं। राजनेता और उद्यमी सभी उनका सम्मान करते हैं।
चंपई सोरेन ने झामुमो संरक्षक शिबू सोरेन के साथ अस्सी के दशक की शुरुआत में राज्य आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेकर झारखंड में अपनी राजनीतिक करियर की शुरू की।
उन्होंने 1991 में पहली बार एक स्वतंत्र विधायक के रूप में बिहार विधानसभा में प्रवेश किया। फिर चंपई झामुमो में शामिल हो गए और 1995 के विधानसभा चुनाव में सीट जीत ली।
चंपई ने 1999 में सिंहभूम और 2019 में जमशेदपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन असफल रहे। विधानसभा चुनाव में 2000 में हार के बाद वे 2005, 2009, 2014 और 2019 में हुए सभी चुनावों में जीते।
2010 से शुरू हुई अर्जुन मुंडा सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2013 और 2019 में हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में अपनी मंत्री भूमिका निभाई।