यह आईआईटी पूर्व छात्र कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं। इन्होंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर अपनी खुद की कंपनी शुरू की। जिसका सालाना टर्नओवर 1100 करोड़ से ज्यादा है।
यह IIT ग्रेजुएट हैं केंट आरओ सिस्टम्स के संस्थापक और अध्यक्ष महेश गुप्ता। पढ़ाई के बाद ये सरकारी नौकरी हासिल करने में कामयाब रहे, लेकिन एक बड़ी समस्या हल करने अपनी कंपनी शुरू की।
दिल्ली में जन्मे महेश गुप्ता एक मेधावी छात्र थे। उनके पिता वित्त मंत्रालय में सेक्शन ऑफिसर थे। इन्होंने दिल्ली के लोधी रोड से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की।
महेश गुप्ता ने आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। उन्होंने देहरादून के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम से मास्टर डिग्री भी हासिल की।
अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद महेश गुप्ता ने इंडियन ऑयल लिमिटेड के लिए काम करना शुरू कर दिया।
नौकरी में लगभग एक दशक बिताने के बाद महेश ने देखा कि प्रदूषित पानी के कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं। उनके बेटे को पीलिया हो गया था और इस घटना ने डॉ. महेश गुप्ता की जिंदगी बदल दी।
चूंकि वह उस समय भारतीय बाजार में एक परफेक्ट वाटर प्यूरीफायर खोजने में असफल रहे, इसलिए उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के कारण स्वयं एक वाटर फिल्टर बनाने का निर्णय लिया।
उनका केंट आरओ ऑस्मोसिस-बेस्ड वाटर प्यूरीफायर तुरंत हिट हो गया। उन्होंने 1998 में अपना बिजनेस शुरू किया। उनकी टीम में शुरुआत में चार लोग शामिल थे और 1 लाख रुपये का निवेश था।
वह अपना प्रोडक्ट 20,000 रुपये में बेचते थे। उन्होंने 5000 रुपये की प्रारंभिक पूंजी के साथ कंपनी शुरू की। कंपनी का टर्नओवर 1100 करोड़ रुपए से ज्यादा रहता है।