2 सितंबर, 1959 को दिल्ली में जन्मी जस्टिस कोहली ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट थॉमस स्कूल, नई दिल्ली से की। सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास ऑनर्स में स्नातक किया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर के लॉ फैकल्टी में एलएलबी कोर्स में शामिल हो गईं। 1984 में लॉ बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में एक वकील के रूप में नामांकित हो गईं।
विभिन्न कार्यभारों के सफलता पूर्वक संचालन के बाद साल 2021 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया।
न्यायमूर्ति संजय किशन कौल ने 1979 में दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की। द कैंपस लॉ सेंटर, दिल्ली विवि से 1982 में एलएलबी की डिग्री ली।
उसी साल बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में वकील के रूप में नामांकन किया। न्यायमूर्ति कौल ने से दिल्ली उच्च न्यायालय और भारत के सर्वोच्च न्यायालय में विभिन्न फील्ड में प्रैक्टिस किया।
17 फरवरी, 2017 को न्यायमूर्ति कौल को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया।
मुख्य न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवंबर 1959 को हुआ। पिता वाई.वी. चंद्रचूड़ भारत के 16वें मुख्य न्यायाधीश थे। मां प्रभा चंद्रचूड़ ऑल इंडिया रेडियो की गायिका थीं।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने 1979 में सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली से अर्थशास्त्र और गणित में स्नातक किया। फिर 1982 में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से कानून में स्नातक की डिग्री ली।
इनलैक्स छात्रवृत्ति लेकर 1983 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से एलएलएम के साथ कानूनी शिक्षा ली। कॉन्फ्लिक्ट ऑफ लॉज कोर्स में सर्वोच्च अंक हासिल करने के लिए जोसेफ एच बीले पुरस्कार मिला।
न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट पूरी की 1986 तक हार्वर्ड में रहे। फिर बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र में वकील के रूप में दाखिला लिया। 13 मई 2016 को SC के 50वें मुख्य न्यायाधीश बने।
न्यायमूर्ति श्रीपति रवींद्र भट्ट का जन्म 21 अक्टूबर 1985 को हुआ। स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, फरीदाबाद से की। 1982 में हिंदू कॉलेज, दिल्ली विवि से अंग्रेजी से ऑनर्स किया।
कैम्पस लॉ सेंटर,विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय से न्यायमूर्ति भट ने एलएलबी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उसी वर्ष दिल्ली बार काउंसिल में दाखिला लिया और प्रैक्टिस करना शुरू किया।
5 मई, 2019 को न्यायमूर्ति भट्ट ने राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। 23 सितंबर, 2019 को जस्टिस भट्ट सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज बने।
जस्टिस पमिदिघनतम श्री नरसिम्हा का जन्म 3 मई 1963 को हैदराबाद में हुआ था। उन्होंने निजाम कॉलेज, हैदराबाद से अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान और लोक प्रशासन में स्नातक डिग्री ली।
1988 में उन्होंने दिल्ली विवि के कैंपस लॉ सेंटर से कानून की पढ़ाई की। न्यायमूर्ति नरसिम्हा ने हैदराबाद उच्च न्यायालय, सिविल न्यायालयों और न्यायाधिकरणों में अपनी प्रैक्टिस शुरू की।
31 अगस्त 2021 को न्यायमूर्ति नरसिम्हा को बार से सीधे SC के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया। वरिष्ठता नियम लागू होने पर, वह अक्टूबर 2027 में भारत के मुख्य न्यायाधीश बनेंगे।