बचपन में राजेश मेहता डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन फिर अचानक सोने का कारोबार महज 10 हजार रुपये से शुरू किया। आज उनका बिजनेस साम्राज्य 13,800 करोड़ रुपये का है।
आज राजेश एक्सपोर्ट्स के मालिक और कार्यकारी अध्यक्ष हैं, जो सोने के प्रोडक्ट बनाती है और उनका एक्सपोर्ट करती है। यह कंपनी सोने के आभूषण, पदक और सिक्के व विभिन्न प्रोडेक्ट बनाती है।
बचपन में डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन नियति ने उनके लिए कुछ और ही लिख रखा था। राजेश मेहता मूल रूप से गुजरात के रहने वाले हैं लेकिन उन्होंने नेशनल कॉलेज, बेंगलुरु से पढ़ाई की है।
उनके पिता जसवन्तरी मेहता ज्वेलरी बिजननेस के लिए कर्नाटक आये थे। पढ़ाई के दौरान महज 16 साल की उम्र में राजेश ने फैमिली बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पिता और भाई के साथ काम शुरू किया।
राजेश मेहता बिजनेस में कुछ बड़ा करना चाहते थे और इसी लक्ष्य को लेकर उन्होंने अपने भाई से 2,000 रुपये उधार लिए और बैंक से 8,000 रुपये का कर्ज लिया।
1982 में, मेहता ने उधार के पैसे से अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का फैसला किया। शुरुआत में राजेश मेहता चेन्नई से आभूषण खरीदकर गुजरात के राजकोट में बेचते थे।
शुरुआत में उन्होंने यह काम छोटे पैमाने पर किया, लेकिन जब उन्हें इस काम में सफलता मिलने लगी तो उन्होंने गुजरात में थोक विक्रेताओं को आभूषण बेचना शुरू कर दिया।
इसके बाद राजेश मेहता ने अपना कारोबार बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद तक फैलाया। उनके जीवन में महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उन्होंने 1989 में सोने के ज्वेलरी बिजनेस में प्रवेश किया।
बेंगलुरु में छोटे से गैरेज में सोने के ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की। इस यूनिट में मेहता सामान बनाते थे और ब्रिटेन, दुबई, ओमान, कुवैत, अमेरिका, यूरोप में एक्सपोर्ट करते।