आइसलैंड के दक्षिणी तट से करीब 7.2 किमी दूर समुद्र के बीच एक खड़ी चट्टान पर बना थ्रीड्रांगर लाइटहाउस (Thridrangar Lighthouse) दुनिया का सबसे खतरनाक और अलग-थलग लाइटहाउस माना जाता है।
थ्रीड्रांगर लाइटहाउस तक कोई सीधी पहुंच नहीं है। इंसान केवल हेलिकॉप्टर की मदद से ही यहां पहुंच सकता है, क्योंकि चारों ओर सिर्फ उफनता समुद्र और खतरनाक चट्टानें हैं।
यह लाइटहाउस 1939 में बनाया गया था और तब से यह लगातार नाविकों और जहाजों के लिए दिशा दिखा रहा है। लेकिन इसकी लोकेशन इसे दुनिया का सबसे अलग-थलग लाइटहाउस बनाती है।
1939 में जब थ्रीड्रांगर लाइटहाउस बना था, तब आधुनिक तकनीक नहीं थी। मजदूरों और इंजीनियरों ने रस्सियों और हेलिकॉप्टर की मदद से खतरनाक चट्टानों पर इसे बनाया, जो चमत्कार से कम नहीं है।
थ्रीड्रांगर लाइटहाउस एक चट्टान पर बना है, जो चारों ओर से समुद्र से घिरा है। जब समुद्र में तेज तूफान आता है, तो यहां तक पहुंचना नामुमकिन हो जाता है और यह जगह बेहद खतरनाक बन जाती है।
थ्रीड्रांगर लाइटहाउस को दुनिया के सबसे अलग-थलग और खतरनाक स्थानों में गिना जाता है। यह एडवेंचर प्रेमियों और फोटोग्राफर्स के लिए बेहद रोमांचक जगह है, लेकिन आम लोग यहां नहीं जा सकते।
थ्रीड्रांगर लाइटहाउस का अनोखा लोकेशन और खतरनाक स्थिति की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। लोग इसे देखकर हैरान हैं कि इंसान ने इतनी मुश्किल जगह पर भी निर्माण कैसे किया।
थ्रीड्रांगर लाइटहाउस इंसान की हिम्मत और तकनीकी कौशल का बेहतरीन उदाहरण है। दुनिया के सबसे अलग-थलग स्थानों में से एक होने के बावजूद, यह आज भी जल रहा है और अपना काम कर रहा है।