डॉ. मनोज सोनी का जन्म 17 फरवरी 1965 को मुंबई में हुआ। वह एक शिक्षाविद् हैं। उन्होंने यूपीएससी अध्यक्ष पद से 5 साल पहले ही इस्तीफा दे दिया है। कार्यकाल मई 2029 में समाप्त हो रहा था।
मनोज सोनी जब 5वीं में थे, तभी पिता का निधन हो गया। सारी जिम्मेदारियां उनकी मां और मनोज पर आ गईं। आर्थिक हालात ऐसे बिगड़े कि उन्हें मुंबई की सड़कों पर अगरबत्ती तक बेचना पड़ा था।
फिर मनोज और उनकी मां गुजरात आ गये। मनोज ने 12वीं साइंस में फेल होने के बाद आर्ट्स से परीक्षा दी। एमएस विवि से बीए और एमए किया। इंटरनेशनल रिलेशंस की पढ़ाई SPU से पूरी की।
शुरुआत में मनोज सोनी आईएएस बनना चाहते थे। दो बार यूपीएससी परीक्षा भी दी लेकिन असफल रहे। उनका यह सपना टूट गया। लेकिन एक दिन ऐसा भी आया जब वह यूपीएससी के अध्यक्ष बने।
डॉ. मनोज सोनी 28 जून, 2017 को यूपीएससी मेंबर के रूप में शामिल हुए थे। उन्होंने 16 मई, 2023 को यूपीएससी अध्यक्ष पद की शपथ ली।
मनोज सोनी ने 3 बार वीसी की भूमिका निभाई। 2005 से 2008 तक बड़ौदा MSU के वीसी और 2009 से 2015 तक लगातार दो कार्यकाल वे डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ओपन यूनिवर्सिटी, गुजरात के वीसी रहे।
बता दें कि महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा में शामिल होने के समय, मनोज सोनी भारत में अब तक के सबसे कम उम्र के कुलपति थे।
डॉ. सोनी इंटरनेशन रिलेशंस स्टडी के साथ ही पॉलिटिकल साइंस के भी विद्वान हैं। उन्होंने सरदार पटेल विश्वविद्यालय, वल्लभ विद्यानगर में इंटरनेशनल रिलेशंस भी पढ़ाया।
सोनी को चार्टर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटेंट्स, लंदन, यूके द्वारा डिस्टेंस लर्निंग लीडरशिप के लिए 2015 में वर्ल्ड एजुकेशन कांग्रेस ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।