मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध घाट पर हुआ। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में उनके परिवार के सदस्यों में पत्नी गुरशरण कौर और तीनों बेटियां भी शामिल हुईं।
मनमोहन सिंह की तीन बेटियां – उपिंदर, दमन और अमृत – ने अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतरीन मुकाम हासिल किया है।
बड़ी बेटी उपिंदर सिंह इतिहासकार और अशोक विवि में फैकल्टी डीन हैं। उन्होंने "A History of Ancient and Early Medieval India" और "The Idea of Ancient India" जैसी कई किताबें लिखी हैं।
2009 में उपिंदर सिंह को इंफोसिस प्राइज फॉर सोशल साइंसेज से सम्मानित किया गया। उनके पति विजय टांखा प्राचीन ग्रीक दर्शन के लेखक हैं।
दूसरी बेटी दमन सिंह लेखिका हैं। उन्होंने अपने माता-पिता की जीवनी Strictly Personal लिखी है। The Last Frontier: People and Forests in Mizoram किताब से सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की।
दमन सिंह के पति अशोक पटनायक एक पूर्व आईपीएस अधिकारी और नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (NATGRID) के सीईओ रह चुके हैं।
सबसे छोटी बेटी अमृत सिंह अमेरिका में मानवाधिकार वकील हैं। वह स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल में प्रोफेसर हैं और Open Society Justice Initiative के साथ मानवाधिकार के मुद्दों पर काम करती हैं।
मनमोहन सिंह की छोटी बेटी अमृत सिंह ने येल लॉ स्कूल, ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ाई की है।
मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर एक प्रोफेसर, लेखिका और कीर्तन गायिका हैं। उनकी सादगी और कर्तव्यनिष्ठा ने उनके परिवार को मजबूत बनाया।
2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहते हुए, मनमोहन सिंह ने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।