लेखिका और परोपकारी महिला सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए मनोनित किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने सुधा मूर्ति को बधाई देते हुए कहा कि राज्यसभा में उनकी उपस्थिति देश की नारी शक्ति का एक शक्तिशाली प्रमाण है।
सुधा मूर्ति एक भारतीय लेखिका, परोपकारी और इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष हैं। वह इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति की पत्नी हैं।
सुधा मूर्ति उपन्यासकार और प्रेरक वक्ता भी हैं। 2006 में भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म श्री मिला।उन्हें 2023 में भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण मिला।
अपने पति नारयण मूर्ति की तरह सुधा मूर्ति एक इंजीनियर हैं। उनके पिता एक सर्जन थे। उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय विज्ञान संस्थान से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीजी किया है।
सुधा मूर्ति टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी (TELCO) द्वारा नियुक्त पहली महिला इंजीनियर थीं। वह सामाजिक कार्यों और कन्नड़ और अंग्रेजी में अपने उपन्यासों के लिए जानी जाती हैं।
सुधा मूर्ति ने कुछ कॉलेजों में पढ़ाया भी। उन्होंने इंफोसिस फाउंडेशन की स्थापना की। सुधा मूर्ति अक्षता मूर्ति की मां हैं, जिनकी शादी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से हुई है।
सुधा मूर्ति की कुल संपत्ति 775 करोड़ रुपये है। बावजूद इसके वह बेहद सादगी का जीवन जीती हैं। सुधा मूर्ति और नारायण मूर्ति की कुल संपत्ति $4.4 बिलियन (लगभग 36,690 करोड़ रुपये) है।