बदलापुर यौन शोषण मामले में वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया गया है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यालय ने इसकी घोषणा की है।
उज्ज्वल निकम का जन्म 30 मार्च 1953 को जलगांव, महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने जलगांव के एसएस मणियार लॉ कॉलेज से लॉ की पढ़ाई की है। पत्नी का नाम ज्योति निकम है। दोनों का एक बेटा है।
उज्ज्वल निकम ने 26/11 मुंबई हमले सहित कई हाई-प्रोफाइल मामलों में स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के रूप में काम किया है। अजमल कसाब को फांसी की सजा दिलाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही।
1993 के मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट, शक्ति मिल्स गैंगरेप और अहमदनगर रेप और हत्या जैसे मामलों में भी उन्होंने प्रॉसिक्यूटर की भूमिका निभाई है।
1991 में कल्याण बम विस्फोट में रविंदर सिंह को दोषी ठहराने में वकील उज्ज्वल निकम की अहम भूमिका रही।
1997 में बॉलीवुड निर्देशक और टी-सीरीज़ के संस्थापक गुलशन कुमार की हत्या के मामले में भी वे अभियोजक थे।
उज्ज्वल निकम को 26/11 मामले के बाद Z-प्लस सुरक्षा दी गई और 2016 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
दो चार साल की बच्चियों के साथ एक नर्सरी स्कूल के टॉयलेट में यौन शोषण हुआ, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने स्कूल पर हमला किया और विरोध प्रदर्शन किया।
आरोपी अक्षय शिंदे, जो स्कूल में कांट्रैक्ट पर काम करने वाला सफाईकर्मी था, को गिरफ्तार कर लिया गया है।