भोजपुरी में अश्लीलता फैलाने के आरोपों पर दिनेश लाल यादव निरहुआ ने मुखर होकर जवाब दिया है। उन्होंने इसे इंडस्ट्री के खिलाफ बड़ी साजिश बताया है।
निरहुआ ने बताया कि दरअसल यूपी- बिहार में बॉलीवुड फिल्मों के लिए स्क्रीन ही नहीं मिलती है।
निरहुआ ने बताया कि थिएटर मालिक दिनेश लाल यादव की फिल्में उतारने के लिए तैयार नहीं होते, इसलिए रीजनल लैंग्वेज की फिल्मों के खिलाफ साजिश रची जा रही है।
चोलिया का हुक खोल दे, जैसे टाइटल से बनने वालों गानों पर निरहुआ ने बताया कि बॉलीवुड में 'चोली के पीछे क्या है'? जैसे गाने बनते हैं। अब बताइये ज्यादा अश्लील कौन है।
निरहुआ ने भौजी, कुंडी, सैंया, ब्लाउज, चोली जैसे शब्दों के इस्तेमाल पर कहा कि बॉलीवुड में सरकाए ले खटिया, सैंया के साथ रजईया में जैसे गाने बनते हैं। उनपर कोई सवाल नहीं उठाता है।
वहीं निरहुआ ने अश्लीललता के लिए दर्शकों की पसंद को भी जिम्मेदार बताया है।
दिनेश ने पवन सिंह का उदाहरण देते हुए कहा कि पावर स्टार सही कहते हैं, उन्होंने 500 भजन गाए हैं, लेकिन मंच पर लोग लॉलीपॉप लागेलू की ही डिमांड करते हैं।
मालिनी अवस्थी ने भी दिनेश लाल यादव की कुछ बातों का सपोर्ट करते हुए सभी इंडस्ट्री में अश्ललीलता की बात कही है। उन्होंने रैप गानों के हिंदी अर्थ को बेहद अशोभनीय बताया है।
दिनेश लाल यादव और मालिनी अवस्थी दोनों ने माना कि फिल्म इंडस्ट्री में द्विअर्थी संवादों पर विचार करना चाहिए, जिससे न्यू जनरेशन को बेहतर माहौल मिल सके।