भोजपुरी इंडस्ट्री की शुरुआत गंगा मैया तोहे पीयरी चढ़ाईबो फ़िल्म से हुई थी। इसका निर्माण विश्वनाथ प्रसाद शाहाबादी ने किया था।
भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने बॉलीवुड एक्टर नाज़ीर हुसैन से भोजपुरी में फ़िल्म बनाने को कहा था। इसके बाद इस पर काम शुरु हुआ।
गंगा मैया तोहे पीयरी चढ़ाईबो फ़िल्म के लिए 1.50 लाख का बजट रखा गया था, लेकिन उस दौर में ये आंकड़ा 5 लाख रुपये तक पहुंच गया था।
गंगा मैया तोहे पीयरी चढ़ाईबो फ़िल्म में बनारस के कुमकुम और असीम ने लीड रोल निभाया था।
5 लाख में बनी इस फ़िल्म ने उस दौर में 80 लाख रुपये का कारोबार किया था। भोजपुरी इंडस्ट्री में साल 1980 के बाद डाउन फॉल आना शुरू हो गया था।
साल 2003 में मनोज तिवारी और रानी चटर्जी स्टारर फ़िल्म ससुरा बड़ा पैसावाला ने भोजपुरी इंडस्ट्री में जान फूंक दी थी।
पवन सिंह, खेसारी लाल यादव, अक्षरा सिंह जैसे स्टार्स के गाने यूट्यूब पर करोड़ों व्यूज बटोरते हैं।
भोजपुरी इंडस्ट्री में अश्लीलता पैर पसार चुकी है। ज्यादातर गाने लहंगा, चोली, रिमोट, ढोढी, चुम्मा जैसे शब्दों को हाइलाइट करके बनाए जाते हैं।
भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री का कारोबार 2,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।