एक कॉन्सेप्ट, दो हीरो, 13 महीने में आईं 3 फ़िल्में, तीनों सुपरहिट हुईं
Bollywood Jan 13 2025
Author: Gagan Gurjar Image Credits:Social Media
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राइटर यूनुस सजावल का दिलचस्प खुलासा
राइटर यूनुस सजावल की मानें तो एक वक्त पर एक ही कॉन्सेप्ट पर बनी तीन फिल्मों पर एक साथ काम किया गया है और ये तीनों फ़िल्में सुपरहिट रही हैं।
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आखिर कौन-सी हैं एक कॉन्सेप्ट वाली वो तीन फ़िल्में
यूट्यूब चैनल डिजिटल कमेंट्री पर बात करते हुए यूनुस सजावल ने बताया कि ये तीन फ़िल्में 'हसीना मान जाएगी', 'खूबसूरत' और 'जोरू का गुलाम' थीं।
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तीनों फिल्मों का कॉन्सेप्ट कैसे एक ही था?
यूनुस सजावल के मुताबिक़, तीनों की कहानी गुंडे के प्यार में पड़ने के बाद अच्छा इंसान बनने के बारे में थी।
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तीनों फ़िल्में दो एक्टर्स के साथ बनाई गईं
तीनों फ़िल्में दो एक्टर्स के साथ बनाई गई थीं। 'हसीना मान जाएगी' में संजय दत्त और गोविंदा लीड रोल में थे। 'खूबसूरत' में संजय दत्त और 'जोरू का गुलाम' में गोविदा की मुख्य भूमिका थी।
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13 महीने में रिलीज हुई थीं तीनों फ़िल्में
'हसीना मान जाएगी' 25 जून 1999 को रिलीज हुई थी। 'खूबसूरत' 26 नवंबर 1999 को आई थी और 'जोरू का गुलाम' 16 जून 2000 को रिलीज हुई थी।
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तीनों फिल्मों के डायरेक्टर अलग-अलग थे
'हसीना मान जाएगी' डेविड धवन, 'खूबसूरत' संजय छेल और 'जोरू का गुलाम' शकील नूरानी ने निर्देशित की थी।
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तीनों फिल्मों के राइटर भी अलग-अलग थे
'हसीना मान जाएगी' की कहानी इम्तियाज़ पटेल और यूनुस सजावल, 'खूबसूरत' की कहानी संजय छेल और 'जोरू का गुलाम' की कहानी इकराम अख्तर ने लिखी थी।
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...लेकिन 'हसीना मान जाएगी' 1964 की एक रीमेक से इंस्पायर्ड थी
'हसीना मान जाएगी' 1964 में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म 'प्यार किए जा' से प्रेरित थी, जो उसी साल आई तमिल फिल्म Kadhalikka Neramillai की रीमेक थी।