बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा स्टार में शामिल आमिर खान अपने परफेक्शन के लिए जाने जाते हैं। फिल्मों में उनकी डायलॉग डिलीवरी एक अलग तरह की धमक पैदा करती है।
"बच्चा काबिल बनो, काबिल...कामयाबी तो झक मार के पीछे भागेगी…. ये 3 इडियट्स का में आमिर खान का सबसे असरदार डायलॉग है।
"मेडलिस्ट पेड़ पर नहीं उगते, उन्हें बनाना पड़ता है, प्यार से, मेहनत से, लगन से"
दंगल में आमिर खान का ये डायलॉग नई पीढ़ी में उत्साह भर देता है।
"मेडलिस्ट पेड़ पर नहीं उगते, उन्हें बनाना पड़ता है, प्यार से, मेहनत से, लगन से"।
दंगल में आमिर खान का ये डायलॉग न्यू जनरेशन में उत्साह भर देता है।
“म्हारी छोरियाँ छोरों से कम है के !” यह महज एक डायलॉग नहीं है, बल्कि लड़कियों के सामर्थ्य को पेश करता है, जो आम जिंदगी में खूब इस्तेमाल किया जाने लगा है।
“नाम कुछ नहीं है हमार, लेकिन पता नहीं काहे सब लोग हमका पीके-पीके बुलावत हैं”…
राजकुमार हिरानी और आमिर खान की बेहद विवादित फिल्म पीके का ये डायलॉग भी खासा फेमस हुआ था।
आमिर खान का सबसे पसंदीदा डायलॉग में 3 इडियट्स का संवाद हैं। अक्सर लोग इसको अपनी आम जिंदगी में कहते हुए सुने जाते हैं। वाकई “ऑल इज़ वेल” हमें पॉजिटिव एनर्जी देता है
गजनी में आमिर- आसिन की जोड़ी बेहद पसंद की गई थी। इसका डायलॉग- “उसकी नज़रों में मैं एक आम आदमी हूं और एक आम आदमी रह कर ही मैं उसका प्यार जीतना चाहता हूं”। लोगों के दिलों को छूता है।
"हमसे दूर जाओगे कैसे, दिल से हमें भुलाओगे कैसे... हम वो खुशबू हैं जो सांसों में बसते हैं, खुद की सांसों को रोक पाओगे कैसे".. फना का ये डायलॉग आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाता है।
“कहते हैं प्यार में नींद उड़ जाती है... कोई हमसे भी मोहब्बत करे... कम्बख्त नींद बहुत आती है” फना फिल्म का ये शायराना संवाद दोस्तों के बीच बहुत कॉमन बन गया है।
“ज़िंदगी जीने के दो ही तरीके होते हैं… एक जो हो रहा है होने दो, बर्दाश्त करते जाओ। या फिर ज़िम्मेदारी उठाओ उसे बदलने की!” रंग दे बसंती का ये डायलॉग युवाओं में जोश भर देता है।
'जहाँपनाह तुस्सी ग्रेट हो, तोहफा कबूल करो'।
3 इडियट्स का ये डायलॉग भी कॉलेज लाइफ में खूब इस्तेमाल किया जाता है।