नंदी मेरे भक्त पर बहुत बड़ी विपदा आने वाली है, मेरे शिवगण में किसी ऐसे को ले जाओ जो उसकी रक्षा कर सके।
तुम रखो विश्वास क्योंकि तुम हो शिव के पास।
आपसे तो अच्छे संस्कार की उम्मीद तो रख ही सकते हैं ना।
मेरे बच्चे का भविष्य अंधकार में क्यों जा रहा है महाराज, अब आप ही आकर राह दिखाओ, विवेक की रक्षा करो।
मुझे सोचकर भी शर्म आ रही है कि आप अपने बेटे के इस वल्गर एक्ट को कैसे डिफेंड कर सकते हैं।
जिस सनातन धर्म के चार स्तंभ हैं, उन्हें आप अश्लील कह रही हैं।
आप मुझे सारी दुनिया के सामने क्यों नंगा करिरियो हो।
जब पूरी दुनिया करवट ले रही थी तो हमारो सनातन हिंदू धर्म दौड़ रिया थो महाराज।
महाराज तुम तो उल्टी गंगा बहा रहे हो।
गंगा कहां से बहती है इसके बारे में मुझे मत बताना।