6 महीने गुजर चुके हैं और बॉलीवुड की रिपोर्ट कार्ड बॉक्स ऑफिस पर अभी भी डूबी हुई है। हालांकि, सेकंड हाफ को देखकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या हिंदी फिल्म इंडस्ट्री खुद को संभाल पाएगी।
करीब 2 साल बाद फिल्में सिनेमाघरों में लौटी। यह साल बॉलीवुड के लिए उम्मीदों से भरा है, खासकर शाहरुख खान की पठान की रिलीज के बाद। लेकिन पठान के बाद बॉलीवुड को झटका ही लगा है।
इस साल सलमान खान की एकमात्र फिल्म किसी का भाई किसी की जान रिलीज हुई। माना गया था कि पठान के बाद यह फिल्म स्थिति को और मजबूत बना देगी, लेकिन फिल्म ही फ्लॉप साबित हो गई।
700 करोड़ की प्रभास की आदिपुरुष से ट्रेड एनालिस्ट्स को सबसे ज्यादा उम्मीद थी। फिल्म ने बिजनेस तो किया लेकिन इसकी प्रतिष्ठा को काफी नुकसान हुआ।
इस साल आई अक्षय कुमार और इमरान हाशमी की फिल्म सेल्फी का खूब प्रमोशन किया, लेकिन यह भी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर डिजास्टर रही।
कार्तिक आर्यन की शहजादा भी बॉक्स ऑफिस पर डिजास्टर साबित हुई। फिल्म की हालत इतनी खराब रही कि इसे दर्शक तक नसीब नहीं हुए।
सारा अली खान और कार्तिक आर्यन की फिल्म जरा हटके जरा बचके और सत्यप्रेम की कथा को अच्छा रिस्पॉन्स मिला लेकिन फिल्में 100 करोड़ के क्लब में एंट्री नहीं मार पाई।
अदा शर्मा की फिल्म द केरला स्टोरी ने बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड की इज्जत बचाई। फिल्म ने 303.97 करोड़ का बिजनेस किया। रणबीर कपूर की तू झूठी मैं मक्कार ने भी अच्छा बिजनेस किया।
आने वाले वक्त में कई दिग्गज स्टार्स जैसे शाहरुख खान, प्रभास, सलमान खान की फिल्में रिलीज होंगी। ट्रेड एनालिस्ट्स का मानना है कि इससे बॉक्स ऑफिस संभल सकता हैं।