गोविंदा ने 28 फरवरी 1986 में आई फिल्म इल्जाम से डेब्यू किया था। हालांकि, उनकी पहली साइन की फिल्म तन बदन थी, लेकिन रिलीज पहले इल्जाम हुई थी।
गोविंदा की किस्मत इतनी अच्छी रही कि उनकी पहली रिलीज इल्जाम हिट रही और वे स्टार बन गए। इसके बाद तो जैसे उनकी लॉटरी लग गई।
इल्जाम हिट होते ही गोविंदा को एक के बाद एक फिल्में ऑफर होने लगी। कहा जाता है कि उन्होंने एकसाथ 70 फिल्में साइन की थी।
गोविंदा के लिए कहा जाता है कि उनके पास इतनी ज्यादा फिल्में थी कि वह एक दिन में करीब 5-5 शिफ्ट में काम करते हैं। धीरे-धीरे स्टारडम उनके सिर चढ़ गया।
80-90 के दशक में गोविंदा ने एक से बढ़कर एक ब्लॉकबस्टर फिल्में दी। उन्होंने खुदगर्ज, सिंदूर, हत्या, हम, शोला और शबनम, आंखे, कुली नं. वन, हीरो नं. वन सहित कई हिट फिल्में की।
एक के बाद हिट देने के बाद गोविंदा में घमंड आ गया। वे सेट पर देरी से पहुंचने लगे। साथ ही फिल्म मेकर्स के सामने अपनी अजीबोगरीब शर्ते भी रखने लगे थे।
घमंड में चूर गोविंदा समझ ही नहीं पाए कि वे कहां चूक गए और उन्हें फिल्में मिलना बंद हो गईं। मेकर्स ने उनके बिहेवियर की वजह से उन्हें फिल्मों में लेना कम कर दिया।
गोविंदा की आखिरी फिल्म रंगीला राजा 2019 में आई थी। हालांकि, फिल्म रिलीज के साथ सुपरफ्लॉप घोषित कर दी गई थी।