बाजीराव मस्तानी में दीपिका पादुकोण वाली भूमिका के लिए संजय लीला भंसाली ने कैटरीना कैफ को सिरे से रिजेक्ट कर दिया था।
संजय लीला भंसाली के इस फैसले से सलमान खान को बड़ा झटका लगा था । दरअसल बॉलीवुड के दबंग खान ने मस्तानी के रोल के लिए डायरेक्टर से कैटरीना कैफ को मिलवाया था ।
सलमान और संजय उस समय बहुत क्लोज फ्रेंड थे। यही वजह थी कि सलमान फुल कॉन्फीडेंस के साथ कैटरीना को लेकर भंसाली के घर पहुंचे थे। उन्हें पूरा भरोसा था कि संजय कभी मना नहीं करेंगे ।
मस्तानी के लिए कैटरीना कैफ पर संजय लीला भंसाली ने विचार करने तक से साफ इनकार कर दिया था । इसके लिए दीपिका पादुकोण ही संजय लीला की पहली पसंद थी।
मस्तानी के किरदार को हिंदी-उर्दू डायलॉग की लंबी लाइनें बोलने थी, जबकि कैटरीना को 'नमस्ते' के अलावा हिंदी नहीं आती थी।
भंसाली से उस दौरान सलमान ने कहा था कि “चिंता मत करो, भाई। हम उसका ख्याल रखेंगे, आप बस हम दोनों के साथ फिल्म बनाएं,'' सलमान ने भंसाली को इस बात की श्योरिटी दी थी ।
फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली सलमान की बात से सहमत नहीं हुए। इसके बाद सलमान ने तय किया था कि वे एक दिन कैटरीना कैफ को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में मुकाम दिलाकर ही रहेंगे।
कैटरीना कैफ ने एक हिंदी-उर्दू ट्यूटर के साथ अपनी भाषा को सुधारने का काम किया। कैफ ने इसके बाद खुद पर खूब मेहनत करनी शुरू कर दी थी।
कैटरीना कैफ अभी भी बहुत अच्छी हिंदी-उर्दू नहीं बोल पाती हैं। बावजूद इसके वे बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसस में शुमार की जाती हैं।