अक्षय कुमार - जनरल डायर, आपने जलियांवाला बाग में भीड़ को हटाने के लिए वॉर्निंग कैसे दी.....क्या आपने टीयर गैस के गोले फेंके, क्या आपने हवाई फायर किया था..
जनरल डायर- नहीं...
अक्षय कुमार- तो आपने बिना किसी वॉर्निंग के भीड़ पर दनादन गोलियां बरसा दीं...
जनरल डायर- वो भीड़ नहीं थी, वो आतंकवादी थे....
अक्षय कुमार- लेकिन वो ह्युमन थे..
जनरल डायर- उनके हाथ में हथियार थे...
अक्षय - 8, 9, 11 महीने के बच्चे जिनकी छातियों में गोलियां लगी, उनके हाथों में कौन से हथियार आपने देखे थे।
अक्षय - उनके कड़े, या फिर बंद मुठ्ठी
क्रॉउन को बचाने का बस अब एक ही रास्ता है...थोडा सा सनकी है, पर ही इज जीनियस...वो सिर्फ बोलता नहीं है..दहाड़ता है।
आर माधवन- गुड लक, सर शंकर नायर.... ( बेहद दमदार लुक में कटाक्ष करते हुए …)
अक्षय- इस नरसंहार के पहले जलियावालां बाग के ऊपर से एयरोप्लेन निकला था…
आर माधवन- आपके पास इसका कोई सबूत, कोई फोटोग्राफ है…
अक्षय कुमार- मैं जलियावाल बाग का सच पूरी दुनिया के सामने लेकर आऊंगा...