जानिए कौन थे सैम मानेकशॉ, जिन्होंने 1971 में पाकिस्तान को चटाई थी धूल
Bollywood Oct 13 2023
Author: Anshika Shukla Image Credits:Social Media
Hindi
सैम मानेकशॉ की लाइफ पर बेस्ड है फिल्म
विक्की कौशल की मोस्ट अवेटेड बायोपिक फिल्म 'सैम मानेकशॉ' का ट्रेलर रिलीज हो गया है। ये फिल्म भारत के सबसे महान युद्ध नायकों में से एक फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की लाइफ पर बेस्ड है।
Image credits: Social Media
Hindi
नाराज होकर ज्वाइन की थी इंडियन आर्मी
सैम मानेकशॉ का जन्म अमृतसर में हुआ था। सैम इंग्लैंड जाकर डॉक्टर की पढ़ाई करना चाहते थे, लेकिन उनके पिता नहीं माने। ऐसे में उन्होंने पिता से नाराज होकर आर्मी ज्वाइन कर लिया।
Image credits: Social Media
Hindi
सैम ने इंदिरा जी को दिया था ऐसा जवाब
यहां तक की सैम मानेकशॉ की एक बात बहुत फेमस हुई थी। जब साल 1971 में इंदिरा गांधी ने सैम से लड़ाई के लिए तैयार रहने पर सवाल किया, तो उन्होंने कहा, 'आई एम ऑलवेज रेडी, स्वीटी।'
Image credits: Social Media
Hindi
सैम ने पाकिस्तान को चटाई थी धूल
1971 की जंग में पाकिस्तान को हराने और नया मुल्क बांग्लादेश बनाने का पूरा श्रेय सिर्फ सैम मानेकशॉ को ही जाता है। इसी जंग में पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण भी किया।
Image credits: Social Media
Hindi
सैम मानेकशॉ को मिले कई सम्मान
सैम मानेकशॉ के करियर में 4 दशक और 5 लड़ाइयों शामिल हैं। सैम मानेकशॉ को कई सम्मान प्राप्त हुए। 1973 में उन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि से नवाजा गया।
Image credits: Social Media
Hindi
सैम को मिला था पद्म विभूषण
वह इस पद से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय जनरल थे। फिर भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया। 1973 में सेना प्रमुख के पद से रिटायर होने के बाद वे वेलिंगटन चले गए।
Image credits: Social Media
Hindi
ऐसे हुआ था सैम मानेकशॉ का निधन
फिर वहां जाकर उन्हें उम्र संबंधित बीमारी हो गई और वो कोमा में चले गए। फिर 27 जून 2008 वेलिंगटन में ही उनकी मौत हो गई थी।