बॉलीवुड की ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी को गुजरे 52 साल हो गए हैं। उनका 31 मार्च 1972 को मुंबई में निधन हुआ था। बता दें कि उनकी मौत 38 साल की उम्र में ही हो गई थी।
मीना कुमारी की जिंदगी दर्दभरी रही। बचपन में पिता ने तंगहाली की वजह से अनाथालय में छोड़ दिया था, हालांकि बाद में वह उन्हें वापस घर ले आए थे।
मीना कुमारी को बचपन में उनके पिता फिल्मों के सेट ले जाते थे। उन्हें बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म लेदरफेस में काम करने का मौका मिला। इस तरह उनके कंधों पर घर चलाने की जिम्मेदारी आ गई।
चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम करते-करते मीना कुमारी को 13 की उम्र में लीड रोल मिला। धीरे-धीरे वे पॉपुलर हुई और स्टार बन गईं।
मीना कुमारी को डायरेक्टर कमाल अमरोही से प्यार हुआ और दोनों ने शादी कर ली। लेकिन शादी के बाद पति की पाबंदियों ने मीना की जिंदगी को नर्क बना दिया।
शादी के बाद कमाल अमरोही -मीना कुमारी के बीच रिश्ते बिगड़ते चले गए। एक बार उनका मिसकैरिज हुआ और 2 बाद उन्होंने अबॉर्शन करा लिया। जब कमाल को पता चला तो उन्होंने मीना संग मारपीट की।
मीना कुमारी ने पति के जुल्मों से परेशान होकर उनसे अलग हो गई। फिर वे डिप्रेशन में चली गई। रातों में नींद नहीं आने की वजह से वह शराब पीने लगी और फिर इसकी आदी हो गईं।
मीना कुमानी ने फिल्म पाकीजा की शूटिंग बीमारी के दौरान की थी। शराब पीने की वजह से वह लीवर सिरोसिस से पीड़ित थी। फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया था।
मीना कुमारी का आखिरी वक्त अस्पताल में गुजरा। घुट-घुटकर मौत के मुंह तक पहुंची थी मीना। नरगिस ने उनका अंतिम संस्कार करवाया था।
कहा जाता है कि मीना कुमारी डिटॉल की बोतल में शराब भरकर पीती थी। उनकी मौत के बाद फिल्म पाकीजा रिलीज हुई जो ब्लॉकबस्टर साबित हुई।