फिल्म दामिनी में मीनाक्षी शेषाद्रि एक औरत को न्याय दिलाने के लिए घरवालों के खिलाफ खड़ी हो जाती है। इतना ही दुश्मनों की लाख कोशिशों के बावजूद वो जीत हासिल करती है।
फिल्म मृत्युदंड में औरत को खिलौना समझने वाले मर्दो के खिलाफ माधुरी दीक्षित खड़ी होती है। इतना ही आखिर में न्याय करते हुए दुश्मनों को मृत्युदंड देती हैं।
फिल्म लज्जा महिलाओं और उसक अस्तित्व पर आधारित थी। फिल्म में रेखा खुद को बचाने के लिए दुश्मनों के खिलाफ हथियार तक उठा लेती है।
फिल्म नीरजा आंतकियों द्वारा प्लेन हाईजेक पर बनी फिल्म थी। इसमें सोनम कपूर आंतकवादियों के खिलाफ खड़ी होकर अपनी जान देकर सारे पैसेंजर को बचाती है।
श्रीदेवी की फिल्म मॉम मां-बेटी के रिश्ते पर बनी है। इसमें श्रीदेवी अपनी बेटी के साथ गलत करने वालों से एक-एक कर बदला लेती है और बेटी को न्याय दिलाती है।
तापसी पन्नू की फिल्म पिंक पुरुषों द्वारा महिलाओं के साथ जबरदस्ती करने पर बेस्ड थी। इसमें तापसी अपनी सहेलियों के साथ मिलकर मर्दों के खिलाफ आवाज उठाती है और केस जीत जाती है।
रानी मुखर्जी की फिल्म मर्दानी चाइल्ड ट्रैफिकिंग पर आधारित थी। इसमें रानी दुश्मनों पर कहर बनकर टूटती है और लड़कियों को उनके चंगुल से बचाती है।
तब्बू की फिल्म अस्तित्व महिलाओं के सम्मान की कहानी पर बेस्ड है। इसमें तब्बू अपने अस्तित्व के लिए लड़ती है और आखिर में पति का घर छोड़ देती है।