पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की बायोपिक 'मैं अटल हूं' रिलीज हो गई है, जिसमें पंकज त्रिपाठी ने लीड रोल निभाया है।
'मैं अटल हूं' में अटल जी की राजनीतिक जिंदगी के बारे में बताया गया है। फिल्म के मुताबिक़, 5 लोगों की मौत ने अटल जी की राजनीतिक जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया था।
अटल बिहारी वाजपेयी RSS के फाउंडर डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार से बेहद प्रभावित थे। उनके निधन के बाद उन्होंने खुद को पूरी तरह संघ की सेवा में समर्पित कर दिया था।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के बाद RSS के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों ने अटल जी के समाचार पत्र राष्ट्र धर्म के कार्यालय में आग लगा दी थी, जिसने उन्हें तोड़कर रख दिया था।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जब जन संघ पार्टी बनाई तो अटल बिहारी वाजपेयी इसके शुरुआती सदस्यों में शामिल थे। जेल में मुखर्जी के निधन के बाद अटल जी जन संघ की दमदार आवाज़ बन गए थे।
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बाहादुर की ताशकंद में संदिग्ध मृत्यु के बाद इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी तो अटल जी दीनदयाल उपाध्याय संग वंशवाद की राजनीति को रोकने के रास्ते पर निकल पड़े।
पटना जंक्शन पर संदिग्ध हालत में जन संघ के अध्यक्ष दीन दयाल उपाध्याय का निधन होने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया और वे पूरी तरह राजनीति में सक्रिय हो गए।