राम गोपाल वर्मा को बॉलीवुड में बहुत सम्मान दिया जाता हैं। भले ही उनकी ज्यादातर मूवी डिजास्टर साबित हुई हैं, बावजूद इसके उनकी गिनती काबिल निर्देशकों में की जाती है।
35 साल के करियर में राम गोपाल वर्मा ने 30 से ज्यादा फिल्मों का डायरेक्शन किया है। हिंदी के अलावा वे तेलुगू मूवी भी निर्देशित कर चुके हैं।
राम गोपाल वर्मा की पिछली तीन फ़िल्मों तो बॉक्स ऑफ़िस पर ₹1 करोड़ भी नहीं कमा पाई हैं। 10 फ़िल्मों में से 6 ऐवरेज से कम कमाई करने वाली मूवी साबित हुई है।
राम गोपाल वर्मा ने एक दर्जन से ज़्यादा तेलुगु और तमिल फ़िल्में निर्देशित की हैं। इस इंडस्ट्री में भी वे कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं।
शिवा, रंगीला और सत्या जैसी शानदार मूवी का डायरेक्शन किया था। साल 1998 की जेडी चक्रवर्ती, उर्मिला मातोंडकर और मनोज बाजपेयी स्टारर सत्या उनके करियर आखिरी ब्लॉक बस्टर मूवी थी।
2000 के दशक में उनकी कई फ़िल्मों की क्रिटिक्स ने तारीफें जरुर की, लेकिन ये सभी बॉक्स ऑफ़िस पर धड़ाम हो गईं, कंपनी, जंगल और सरकार फ्लॉप के टैग से बच गईं।
आरजीवी के करियर की पिछली रिलीज़ - Ladki: Enter the Girl Dragon बड़ी फ्लॉप साबित हुई थी।
वहीं 2017 में सरकार के बाद उनके डायरेक्शन में बनी कोई भी फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर ₹1 करोड़ से ज़्यादा नहीं कमा पाई है।
राम गोपाल को आज भी सिनेमा का आइकॉन माना जाता है। उनकी रंगीला, कंपनी, सरकार और मस्त जैसी फ़िल्में कल्ट क्लासिक मानी जाती हैं।
अनुराग कश्यप, मनोज बाजपेयी और उर्मिला मातोंडकर जैसे कलाकारों को राम गोपाल वर्मा की खोज माना जाता है।