फिल्म प्रोड्यूसर कमाल अमरोही ने मुगले- ए- आजम की तर्ज पर पीरियड ड्रामा बनाने की योजना बनाई। इसे बनाने में सात साल लग गए। लेकिन रिलीज के बाद ये मूवी बड़ी डिजास्टर साबित हुई थी।
फिल्म में दिल्ली की पहली मुस्लिम महिला शासक, रज़िया सुल्तान की साहस के साथ लव स्टोरी दिखाई गई थी। रज़िया का किरदार हेमा मालिनी ने निभाया, याकूत का किरदार धर्मेंद्र ने निभाया था।
फिल्म की कहानी, स्लो स्पीड, जटिल संवाद दर्शकों के गले ही नहीं उतर सके। मूवी में कई फैक्ट ऐसे थे जिनमें दर्शकों का कोई इंटरेस्ट नहीं था।
रजिया सुल्तान फिल्म में याकूत के साथ रानी की लव स्टोरी को दर्शाया गया है, हालांकि धर्मेंद को ब्लैक फेस में पेश किया गया, जो दर्शकों को बिल्कुल पसंद नहीं आया।
पारिवारिक दर्शकों ने फिल्म को देखने से इंकार कर दिया। मौलवियों ने मुस्लिम महिलाओं के इस चुंबन पर आपत्तियां उठाई थीं। इससे एक वर्ग पूरी तरह से फिल्म से छिटक गया।
कमाल अमरोही ने रजिया सुल्तान के लिए बड़ा कर्ज लिया था। वहीं फिल्म के मुनाफे के लिए कई हिस्सेदार बनाए गए थे। क्रू का वेतन भी फिल्म के रिलीज के बाद देना तय किया गया था।
रजिया सुल्तान के फ्लॉप होने से बॉलीवुड के कई फायनेंसर को भारी नुकसान हुआ। IMDb ने भारी नुकसान की बात कही थी।
डिस्ट्रीब्यूटर सहित टेक्नीशियन तक को घाटा उठाना पड़ा, इसकी वजह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा धड़ा कर्ज में डूब गया था।
"रज़िया सुल्तान" के फ्लॉप होने से कमाल अमरोही के करियर खत्म हो गया। इसके बाद उनके डायरेक्शन में कोई फिल्म रिलीज नहीं हो पाई ।