रॉनी स्क्रूवाला का असली नाम रोहिंटन सोली स्क्रूवाला है। 1980 के दशक में वे केबल टेलीविज़न चलाते थे और 1990 में उन्होंने UTV ग्रुप की स्थापना की।
1980 के दशक की शुरुआत में रॉनी स्क्रूवाला ने लेज़र ब्रशेस की स्थापना की, जो भारत की सबसे बड़ी टूथब्रश कंपनीज में से एक बन गई थी।
1981 में रॉनी स्क्रूवाला ने नेटवर्क नाम से अपनी केबल टीवी सर्विस शुरू की, जिसके तहत वे मुंबई की हाई राइज बिल्डिंग्स में वीडियो मशीन इंस्टाल करते थे।
1990 में रॉनी स्क्रूवाला ने 37, 500 रुपए के साथ टीवी प्रोडक्शन कंपनी UTV की शुरुआत की। बाद में इसे यूटीवी मोशन पिक्चर्स समेत एक मीडिया समूह में शामिल किया गया।
2012 में वॉल्ट डिज्नी ने 454 मिलियन डॉलर की मोटी रकम चुकाकर UTV को अधिग्रहित कर लिया और इसे नया नाम डिज्नी UTV मिल गया।
रॉनी स्क्रूवाला ने अपनी 23 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 2014 में कंपनी छोड़ दी और 2022 में UTV ब्रांड को बंद कर दिया गया।
रॉनी स्क्रूवाला ने RSVP नाम से कंपनी बनाई और 2014 में फिर फिल्म बिजनेस में कदम रखा। उन्होंने इसके तले 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' जैसी फ़िल्में बनाई हैं।
रॉनी स्क्रूवाला आज फिलहाल एडटेक कंपनी अपग्रेड के को-फाउंडर और चेयरपर्सन हैं। इस कंपनी की वैल्यू वर्तमान में 20,435 करोड़ रुपए की है।
रॉनी स्क्रूवाला के पास लगभग 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है। यह दावा हरुन इंडिया की 2022 की अमीरों की लिस्ट के हवाले से किया जाता है।
रॉनी स्क्रूवाला को 'रंग दे बसंती', 'स्वदेश', 'खोसला का घोसला', 'अ वेडनेसडे', 'बर्फी' 'द स्काई इज पिंक' और 'मर्द को दर्द नहीं होता' जैसी फिल्मों के निर्माण के लिए जाना जाता है।