शाहरुख़ खान और गौरी खान की शादी हुए 33 साल हो गए हैं। 25 अक्टूबर 1991 को SRK और गौरी हमेशा के लिए एक हो गए थे।
शुरुआत में गौरी छिब्बर (अब खान) के परिवार वाले उनकी शाहरुख़ खान से शादी के खिलाफ थे। खुद गौरी ने 2008 में एक बातचीत में इसका खुलासा किया था।
गौरी ने अबू जानी- संदीप खोसला के शो 'फर्स्ट लेडीज' में बताया था, "हम बहुत छोटे थे। फिर एक ऐसे इंसान से शादी करना जो फिल्म ज्वाइन करने जा रहा था और अलग धर्म से था, बहुत मुश्किल था।"
गौरी की मानें तो शाहरुख़ उनके पैरेंट्स से नाम बदलकर मिले थे। वे कहती हैं, "हमने उनका नाम अभिनव रख दिया, ताकि पैरेंट्स को लगे कि वे हिंदू है। लेकिन यह वाकई बेवकूफी भरा और बचकाना था।"
गौरी ने SRK से शादी के बाद धर्म नहीं बदला। उन्होंने एक बार कहा था कि वे धर्म परिवर्तन में यकीन नहीं रखतीं। उनकी मानें तो रिश्ते में ऐसा संतुलन हो कि सब अपने धर्म का पालन कर सकें।
गौरी के मुताबिक़, जब घर में दिवाली आती है तो वे पूजा करती हैं और पूरा परिवार साथ होता है। इसी तरह जब ईद आती है तो शाहरुख़ इसकी रस्में पूरी करती हैं और पूरी फैमिली तब भी साथ होती है।
शाहरुख़-गौरी के 3 बच्चे आर्यन, सुहाना, अबराम हैं।SRK के मुताबिक़, जब कोई उनके बच्चों का धर्म पूछता है तो वे उन्हें कहते हैं कि वे पहले भारतीय हैं और उनका धर्म इंसानियत है।
गौरी ने एक बातचीत में बताया था कि उनके बेटे आर्यन अपने पापा शाहरुख़ खान के मुरीद हैं और इस्लाम का पालन करते हैं। इतना ही नहीं, वे खुद को गर्व से मुस्लिम बताते हैं।