रमेश सिप्पी ने खुलासा किया कि शोले के एक इमोशनल सीन जो जया-अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया था। इसे शूट करने में 23 दिन लग गए थे।
शोल में दिन ढलने के वक्त जया का लालटेन जलाना, वहीं अमिताभ का माउथ आर्गन बजाने का सीन सुपर हिट है, ये बीते 50 सालों से दर्शकों का फेवरेट बना हुआ है।
जया-अमिताभ बच्चन के बीच साइलेंट लव स्टोरी थी। रमेश सिप्पी शोले के सबसे खास सीन की टाइमिंग फिक्स की गई थी।
शोल में जया विधवा के किरदार में थी, वहीं अमिताभ का उनके प्रति झुकाव था। दोनों के बीच नजरों का प्यार जताने के लिए सनसैट का टाइम चुना गया था।
इस दो मिनट का सीन फिल्माने के लिए 23 दिन तक सनसैट होने का इंतजार किया जाता था। इसे रमेश सिप्पी ने ही डिजाइन किया था। सलीम- जावेद की स्क्रिप्ट में ऐसे किसी सीन का जिक्र नहीं था।
कैमरामैन से डिस्कश करने के बाद इस सीन को शाम ढलने के वक्त शूट किया गया था। ये इस सुपरहिट मूवी का ये सीन अब क्लासिक बन गया है।
रमेश सिप्पी ने बताया, “मेरे पिता (जीपी सिप्पी), जो प्रोड्यूसर थे, उन्होंने कभी इस बारे में एक शब्द भी नहीं कहा कि उनका बेटा इस सीन के लिए इतना टाइम क्यों ले रहा है।
1975 में रिलीज़ हुई शोले बॉलीवुड के इतिहास की सबसे सफल फिल्मों में से एक है। अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र यानि जय और वीरू की जोड़ी आज भी याद की जाती है।