माधुरी दीक्षित ने फिल्म 'शनाख्त' में अमिताभ बच्चन संग काम किया था। डायरेक्टर टीनू आनंद की यह मूवी फ्लॉप रही थी। लेकिन शूटिंग के दौरान एक बार माधुरी ने फिल्म लगभग-लगभग छोड़ ही दी थी।
एक इंटरव्यू में टीनू आनंद ने फिल्म से जुड़ा किस्सा बताया था। उनके मुताबिक़, एक सीन में जब गुंडे अमिताभ को पीटते हैं तो माधुरी उन्हें बचाने खुद को गुंडों के हवाले कर देती हैं।
रेडियो नशा को टीनू ने बताया था कि सीन के मुताबिक़, माधुरी गुंडों के सामने आकर कहती हैं कि जब एक महिला आपके सामने खड़ी है तो आप जंजीरों में बंधे आदमी को क्यों पीट रहे हैं।
टीनू के मुताबिक़, उन्होंने माधुरी को कहा था कि उन्हें सेट पर ब्रा में आना होगा। वे कहते हैं, "मैंने उसे पूरा सीन सुनाया और कहा कि तुम्हे अपना ब्लाउज उतारना होगा।"
बकौल टीनू, "मैंने कहा कि पहली बार हम तुम्हे ब्रा में देखेंगे। मैं तुम्हे घास के ढेर या किसी भी चीज़ के पीछे नहीं छुपाऊंगा, क्योंकि तुम खुद को एक आदमी की मदद के लिए पेश कर रही हो।"
टीनू की मानें तो जब उन्हें माधुरी को बताया कि यह सिचुएशन बहुत ज़रूरी है और वे पहले दिन ही यह शूट करना चाहते हैं तो उन्होंने सहमति जताई और कहा, 'ठीक है।'
टीनू कहते हैं कि सेट पर पूरी तैयारी थी और हर कोई माधुरी का इंतजार कर रहा था। लेकिन वे नहीं आईं। जब पता लगाने वे माधुरी के पास पहुंचे तो उन्होंने सीन को लेकर अपनी शंकाएं जाहिर की।
बकौल टीनू, "मैंने कहा- माफ़ कीजिए, आपको यह सीन करना ही होगा।' वे बोलीं, 'नहीं, मैं नहीं करना चाहती।' मैंने कहा- ठीक है। पैकअप करो और फिल्म को अलविदा कहो। मैं शूट कैंसिल कर दूंगा।"
टीनू के मुताबिक़, उन्होंने अमिताभ बच्चन को इस बारे में बताया तो उन्होंने दोनों को शांत किया। अमिताभ ने माधुरी का पक्ष लिया और कहा, 'जब उन्हें आपत्ति है तो आप बहस क्यों कर रहे हो।"
बताया जाता है कि बाद में माधुरी दीक्षित के सेक्रेटरी ने टीनू आनंद के पास आकर बताया कि वे सीन करने को तैयार हो गई हैं। 1989 में आई इस फ्लॉप फिल्म में माधवी का भी अहम् रोल था।