शायर मुनव्वर राना का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनकी बेटी फैजा राना की मानें तो उन्हें 3 बार दिल का दौरा पड़ा था। 1 शनिवार दोपहर, दूसरा रविवार दोपहर और फिर रात में।
जानेमाने शायर मुनव्वर राना काफी समय गेल से कैंसर से जूझ रहे थे, जिसकी वजह से उन्हें बोलने में काफी तकलीफ होती थी। उनका इलाज भी चल रहा था।
मुनव्वर राना के परिवार में पत्नी रैना राना, 4 बेटियां और 1 बेटा है। बेटी सुमैया राना सपा की नेता है। बेटी उरसू इमरान ने 2021 में कांग्रेस ज्वाइन की। बेटा तरबेज विवादों में रहा है।
मुनव्वर राना बदलाव के शायर थे। उनकी शायरी और गजलों में हमेशा नयापन सुनने को मिलता था। वे ज्यादातर मां पर ही शायरी करते थे। उनकी शायरी रिश्तों से भरी होती थी।
मुनव्वर राना को 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया था। इसे उन्होंने देश में बढ़ती असहिष्णुता के कारण 2015 में लौटा दिया था।
मुनव्वर राना का जन्म 1952 में उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुआ था। उन्हें ऊर्दू शायरी और गजलों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। वे परिवार के साथ लखनऊ में रह रहे थे।
रिपोर्ट्स की मानें तो मुनव्वर राना का शव फिलहाल अस्पताल में ही है। उनके बेटे तरबेज के लखनऊ पहुंचने के बाद उनकी बॉडी घर लाई जाएगी और फिर रायबरेली में अंतिम संस्कार होगा।