दरअसल रूपाली गांगुली ( अनुपमा ) की फ्लाइट भारत में लैंड करती है, इंडिया पहुंचकर वो शाह निवास पहुंचती है।
मां ( अनुपमा ) को शाह हाउस में एंट्री करता देखकर डिंपी खुशी से उसके गले लग जाती है। दोनों एक दूसरे को खूब लाड़ करते दिखते हैं।
अनुपमा के गेट पर पहुंचते ही वनराज वहां पहुंच जाता है, आऱती करते हुए गुस्से से उसके मुंह पर फूल फेंकता है।
वनराज तंज कसते हुए कहता है "अनुपमा जोशी भारत का नाम रोशन करके आई हैं, इसपर मिठाई तो बनती है।" वो ज़बरदस्ती मिठाई मुंह में ठूंस देता है।
वनराज इस दौरान कहता है "इस देश में तो तुम्हें एंट्री तो मिल गई, लेकिन इस शादी में नहीं कभी नहीं मिलेगी ।"
वनराज के तंज पर अनुपमा भी चुप नहीं रहती है, उसका जवाब वनराज को खामोश कर देता है।
"शुभ दिन पर कड़वी बात, मिस्टर शाह। ये बुरा वक्त भी गुजर जाएगा, वैसे ये किसी का सगा नहीं होता बिलकुल आपकी तरह।"