आयुर्वेद में रीठा को फायदेमंद जड़ी-बूटी बताया गया है। रीठा से निकलने वाला झाग बालों को साफ करने के साथ ही उन्हें मजबूत और घना बनता है।
मेथी में पाया जाने वाला प्रोटीन और निकोटीनिक एसिड बालों को झड़ने से रोकता है और शाइन देता है। इसे पानी में भिगोकर पीसकर बालों में लगाया जा सकता है।
शिकाकाई के पाउडर को बालों में लगाने से उनकी ग्रोथ बढ़ती है और साथ ही स्कैल्प की गंदगी दूर होती है। शिकाकाई को पानी में उबाल कर भी इस्तेमाल किया जाता है।
विटामिन c युक्त आंवला बालों की सफेदी रोक कर उन्हें जड़ से मजबूत बनाता है। आवंले के पाउडर का इस्तेमाल बालों के लिए किया जाता है।
आप 200 रुपये में आंवला, शिकाकाई, रीठा, मेथी दाना के 100 ग्राम पैकेट खरीदें। सभी सामग्री का 1 चौथाई हिस्सा लेकर मिलाएं। रात भर पानी में भीगने दें और सुबह उबाल कर रख लें।
पानी ठंडा होने पर पूरे बालों में अच्छी तरह से लगाएं और आधे घंटे में धो लें। आपको महीने में चार बार देशी शैंपू इस्तेमाल करना है। एक दिन की लागत 50 रु आएगी।
एक बार देशी शैंपू बनाने की लागत 50 रुपये आएगी। बाल सूखने के बाद सिल्की और मजबूत दिखेंगे। आपको बालों को छूकर ही पता चल जाएगा कि हर में बना शैंपू कितना असरकारी है।