निमोनिया एक या दोनों फेफड़ों की वायु थैलियों में सूजन पैदा कर सकता है। कमजोर इम्युन सिस्टम वाले लोगों, बुजुर्गों और बच्चों के लिय यह बीमारी गंभीर हो सकता है।
निमोनिया रोग बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण हो सकता है। सर्दियों में इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं इसके वायरस एक से दूसरे व्यक्ति तक ट्रैवल भी करता है।
अगर सर्दी में आपके सीने में तकलीफ, लगातार खांसी, सुस्ती, ठंड लगना, बुखार, उल्टी हो रही है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यह निमोनिया के लक्षण हो सकते हैं।
फेफड़ों की मजबूती के लिए एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसके अलावा सांस लेने वाले योग पर भी फोकस करना चाहिए।
सर्दी के मौसम में लोग ठंड की वजह से फल का सेवन करना बंद कर देते हैं। निमोनिया से बचने के लिए मौसमी फल का जरूर सेवन करना चाहिए।
लहसुन, दही और खट्टे फलों का सेवन करने से इम्युन सिस्टम मजबूत होता है। यह निमोनिया का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को रोकते हैं।
कम नींद और तनाव से इम्युन सिस्टम कमजोर होता है। इसलिए अच्छी नींद 8 घंटे की जरूर लें। तनाव से दूर रहने के लिए मेडिटेशन करें।