आज दुनिया भर में World Diabetes Day मनाया जा रहा है, इसी क्रम में चलिए डायबिटीज के 4 प्रकार के बारे में जानते हैं, साथ ही इसके चौथे प्रकार के बारे में विस्तार से जानते हैं।
यह एक ऑटोइम्यून विकार है जो पैंक्रियास की इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। आमतौर पर यह किशोरावस्था में शुरू होती है और इसमें इंसुलिन इंजेक्शन की आवश्यकता होती है।
टाइप 2 डायबिटीज में शरीर के सेल्स इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाती हैं। आमतौर पर यह वयस्कों में होती है, जो कि लाइफस्टाइल, आहार और व्यायाम के माध्यम से कंट्रोल की जा सकती है।
यह गर्भावस्था के दौरान विकसित होती है और बच्चे के जन्म के बाद अक्सर ठीक हो जाती है। इस प्रकार की डायबिटीज गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
डायबिटीज की चौथी प्रकार LADA (Latent Autoimmune Diabetes in Adults) एक ऑटोइम्यून प्रकार की मधुमेह है, जिसे टाइप 1.5 डायबिटीज भी कहा जाता है। इसका खतरा जवानी में ज्यादा होता है।
LADA डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के बीच की स्थिति में आती है, क्योंकि इसके लक्षण और कारण दोनों प्रकारों से मिलते-जुलते हैं। LADA की पहचान के लिए ऑटोएंटीबॉडी जांच की जाती है।