अमृतसर में भारत-पाक अटारी बॉर्डर पर सबसे ऊंचा तिरंगा लहरा रहा है। जिसे 360 फीट लंबे खंबे पर लगाया गया है और इसका आयाम 120×80 फीट है।
भारत का सबसे दूसरा ऊंचा झंडा कोल्हापुर में देखा जा सकता है। यह 303 फीट ऊंचा है और कोल्हापुर के एसपी कार्यालय के ठीक सामने लगाया गया। इसका उद्घाटन 1 मई 2017 को किया गया था।
तीसरा सबसे ऊंचा झंडा रांची के पहाड़ी मंदिर पर फहराया गया था, जिसे स्वर्गीय डॉ मनोहर पर्रिकर ने 23 जनवरी 2016 को फहराया था।
हैदराबाद में प्रसिद्ध हुसैन सागर झील के तट पर संजीवैया पार्क में 291 फीट का खूबसूरत झंडा फहराया जाता है।
रायपुर के तेलीबांधा झील पर 82 मीटर ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज लहराया जाता है, जिसका उद्घाटन कुछ समय पहले ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने किया था।
3 मार्च 2015 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने फरीदाबाद में 250 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
महाराष्ट्र के पुणे में भी ऊंचा तिरंगा शान से लहराता है। यहां की कात्रज झील के किनारे पांचवा सबसे ऊंचा ध्वज है, जिसकी ऊंचाई 72 मीटर है।
भोपाल में मंत्रालय के सामने 235 फीट की ऊंचाई पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। इसका आयाम 60*40 फीट है।
नवी मुंबई के एनएमएमसी कार्यालय में सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, जिसकी ऊंचाई 225 फीट है।
कटक में उड़ीसा हाई कोर्ट में राज्य का सबसे ऊंचा भारतीय ध्वज है। ध्वजस्तंभ की ऊंचाई 75 फीट लंबाई और 48 फीट चौड़ाई है।
नई दिल्ली के कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में भारतीय झंडा शान से लहराता है जिसकी ऊंचाई 207 फीट है।
लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क में दिल्ली के समान ही 207 फीट ऊंचाई का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।
जयपुर के सेंट्रल पार्क में 206 फीट ऊंचा स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज लगा हुआ है, जो राजस्थान की खूबसूरती में चार चांद लगता है।