Hindi

चाणक्य नीति: इन 10 जगहों पर बोलने से बचें, चुप रहने में ही भलाई

Hindi

Chanakya Niti: सम्मान और सफलता के लिए इन 10 मौकों पर चुप रहना समझदारी

चाणक्य के अनुसार, हर परिस्थिति में बोलना सही नहीं होता। सम्मान और सफलता पाने के लिए इन 10 जगहों पर चुप्पी ही सबसे बड़ा हथियार है। जानिए कहां चुप रहना जरूरी है। 

Image credits: social media
Hindi

अज्ञानी लोगों के बीच चुप रहना जरूरी

अगर आप समझदार हैं और आपके सामने अज्ञानी लोग बहस कर रहे हैं, तो चुप रहना ही सही है। इससे आप विवादों से बचते हैं।

Image credits: Getty
Hindi

गुस्से वाली स्थिति में चुप रहना ही सही

गुस्से में इंसान सही और गलत में फर्क नहीं कर पाता। ऐसे यदि कोई गुस्से में बात कर रहा हो तो उसकी बातों का जवाब देने की बजाय शांत रहना बुद्धिमानी है।

Image credits: Getty
Hindi

बिना पूछे राय देने में चुप रहें

जब कोई आपकी राय न मांगे, तो अपनी बात कहने से बचें। अनावश्यक सलाह आपके सम्मान को घटा सकती है।

Image credits: Getty
Hindi

अपने जीवन के राज, योजनाओं के बारे में चुप्पी जरूरी

जीवन के गहरे राज और योजनाओं को सभी के सामने शेयर न करें। चुप्पी आपको सुरक्षित और शक्तिशाली बनाएगी।

Image credits: Getty
Hindi

किसी की निंदा में चुप रहें

दूसरों की आलोचना में बोलने से आपका चरित्र कमजोर पड़ता है। सम्मान चाहने वाले निंदा से बचें।

Image credits: Getty
Hindi

बड़े-बुजुर्गों के सामने चुप रहने में ही समझदारी

जब बुजुर्ग कुछ समझा रहे हों, तो बीच में टोकने की बजाय उनकी बातों को सुनें। यह सम्मान का प्रतीक है।

Image credits: Getty
Hindi

अनुचित माहौल में अपनी बात रखने से बचें

गलत संगत या अनुचित बातचीत में अपनी बात रखने से बचें। चुप रहना ही आपकी गरिमा बढ़ाएगा।

Image credits: Getty
Hindi

भावनात्मक समय में चुप रहें

भावनाओं के प्रभाव में लिए गए निर्णय अक्सर गलत होते हैं। शांत रहकर सोचें और फिर निर्णय लें। ऐसे समय में सब्र से काम लें और चुप रहें।

Image credits: Getty
Hindi

दूसरों की सफलता पर

किसी की सफलता को लेकर ईर्ष्या या कटाक्ष करने से बचें। चुप्पी आपके आत्मसम्मान को बनाए रखेगी।

Image credits: Getty
Hindi

व्यर्थ की बहस के दौरान चुप रहें

बेवजह की बहस में अपनी ऊर्जा और समय खराब न करें। चुप रहकर समझदारी का परिचय दें।

Image credits: Getty
Hindi

सफलता को आसान बनाता है चुप्पी

चाणक्य कहते हैं, हर बात पर प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं। सही जगह पर चुप्पी साधना न केवल आपकी गरिमा को बढ़ाता है बल्कि सफलता के मार्ग को भी आसान बनाता है।

Image Credits: Getty