चंद्रयान 3 अपने मिशन के करीब पहुंच गया है। 23 अगस्त को चांद पर तिरंगा लहराएगा। जब चांद और अंतरिक्ष की बात होती है तो दिमाग में सबसे पहले ख्याल एस्ट्रॉनोट का आता है।
सिल्वर या सफेद कपड़े पहने एस्ट्रॉनोट की जिंदगी अंतरिक्ष और चांद पर कैसी होती है। ये सवाल हमारे मन में अक्सर घूमता है। तो आइए जानते हैं उनकी लाइफस्टाइल कैसी होती है वहां पर।
अंतरिक्ष में रहने के दौरान एस्ट्रोनॉट की लाइफस्टाइल पूरी तरह बदल जाती है।खाने से लेकर सोने तक वो काफी कम में गुजारा करते हैं। जिसकी वजह से बॉडी कमजोर होने लगता है।
अंतरिक्ष में रहने के दौरान एस्ट्रॉनोट का खाना बिल्कुल धरती से अलग होता है। थर्मों-स्टेब्लाइज्ड फूड्स उनके लिए वहां होता है। जिसे वो वहां तैयार करके खाते हैं।
स्पेस में उनका टॉयलेट काफी छोटा होता है जिसमें वो बमुश्किल ही बैठ पाते हैं। यहां टॉयलेट हाई वैक्यूम क्लीनर बनाए लगाए जाते हैं, जो सभी अपशिष्ट को तेजी से खींच लेते हैं।
स्पेस में एस्ट्रॉनोट के लिए छोटा सा केबिन बना होता है जहां पर वो अपने स्पेस सूट को निकालकर सोते हैं। उनके केबिन में ग्रैविटी बढ़ी हुई होती है। जिसकी वजह वो बिस्तर पर लेट पाते हैं।
अंतरिक्ष में ग्रैविटी नहीं होती है जिसकी वजह से वो सतह पर चल नहीं पाते हैं। रॉकेट से बाहर निकलकर कोई काम करना होता है तो वो स्पेस सूट पहनकर वॉक करते हैं।
तकनीक विकसित होने की वजह से स्पेस में उनके लिए ट्रेडमिल भी रखा गया है, ताकि वो अपने फिटनेस के लेबल को बरकरार रख पाएं।